दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक टीचर के द्वारा दो बच्चियों के पिटने की खबर सामने आई है, इसकी वजह यह थी कि वे तिलक लगाकर और हिजाब पहनकर स्कूल आईं थीं। वालीं ये छोटी बच्चियां जो कि चौथी क्लास में पढ़ती है जब द्रामन गांव के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल पहुंची तो निसार अहमद नाम के टीचर ने इन्हें बुरी तरह मारा। घटना के सामने आते ही निसार को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस ने निसार को अरेस्ट कर लिया है, लेकिन पुलिस ने अभी तक इस मामले में सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने का केस दर्ज नहीं किया है।

इस घटना के बाद राजौरी के पीड़ित परिवार का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें परिवार ने निसार अहमद पर बच्चियों को पीटने का आरोप लगाया है। वीडियो में पिता अंग्रेज सिंह कह रहा है- जिस तरह से मेरी और शकूर की बेटी को पीटा गया है, कल कोई दूसरा टीचर भी तिलक और नकाब पहनने पर बच्चों को पीट सकता है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि इसकी जांच होनी चाहिए। मुझे न्याय चाहिए। ये सांप्रदायिक एकता को बिगाड़ने की चाल है। हम इस जगह को UP, बिहार या कर्नाटक नहीं बनने देंगे।

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कोटरांका के ADM ने इस मामले की जांच के आदेश दिए और कहा है कि पता करे कि क्या ये बात सच है कि वे पीटे गए थे या फिर कोई और वजह है। प्रशासन के मुताबिक टीचर पर बच्चे को चोट पहुंचाने का आरोप लगा सकते हैं। यह एक अपराध है, जिसके लिए उसे IPC की धारा 323, 325, 352 और 506 के तहत सजा हो सकती है। जबकि, धारा 23 जेजे अधिनियम, 2000 के मुताबिक इसके लिए छह महीने तक की सजा या जुर्माना या दोनों हो सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अगर निसार दोषी पाया जाता है, तो उस पर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत केस चलाया जाएगा।

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