हाथरस में जो भी हादसा हुआ वो एक दिल दहला देने वाला हादसा था। एक पिता जो अपनी बेटी के साथ हो रही छेड़खानी के खिलाफ आवाज़ उठाना चाहता था…. उसके साथ हो रही बर्बरता के खिलाफ पुलिस से शिकायत कर इंसाफ चाहता था। लेकिन इंसाफ का इंतजार करते – करते दबंगों ने अपनी दबंगाई दिखाते हुए एक बेटी के लाचार पिता को मौत के घाट उतार दिया और कोई कुछ न कर सका। हाथरस में हुई पहली वाली घटना की तरह इस घटना के बाद राजनीतिज्ञ लोग बस हादसे की आंच पर अपनी रोटियां सेक रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखि‍लेश यादव से लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती…. हर कोई इस हाथरस कांड की निंदा कर रहा है।वैसे तो मृतक की बेटी ने छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। इनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं साथ ही वारदात में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने के भी निर्देश दिए हैं। इस हादसे के बाद सब लोग केंद्र सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं। हाथरस कांड को लेकर अखिलेश यादव के बाद अब मायावती का बयान सामने आया है। मायावती ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा कि – यूपी के हाथरस में दलित उत्पीड़न व पिता की हत्या और गुजरात में दलित आरटीआई कार्यकर्ता की निर्मम हत्या यह साबित करती है कि कांग्रेस पार्टी की तरह बीजेपी सरकार में भी दलितों, शोषितों व महिलाओं आदि की जान-माल व आत्म-सम्मान कतई भी सुरक्षित नहीं है। सरकार इस ओर तुरन्त ध्यान दे।

इसके बाद मायावती ने एक और ट्वीट किया जिसमे उन्होंने इस हादसे को लेकर दुःख जताया – जिसमें उन्होंने यूपी सरकार में वैसे तो हर वक्त अपराध चरम पर होने से अपराध नियंत्रण का काफी बुरा हाल है। किन्तु खासकर दलित व महिला उत्पीड़न व असुरक्षा की आए दिन होने वाली दर्दनाक घटनाआं से हर ओर चिंता की लहर है। ऐसे संगीन मामलों में सरकार की लापरवाही दु:खद है।

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