कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को बीरभूम हत्याकांड की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौप दी थी. हाईकोर्ट ने अपने आदेश पर रोक लगाने से इनकार करते हुए राज्य की एसआईटी को इस मामले में आगे कोई जांच नहीं करने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने सीबीआई को सुनवाई की अगली तारीख यानी 7 अप्रैल को प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.

गुरुवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रामपुरहाट में बीरभूम हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की और घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये का चेक सौंपा. उन्होंने घोषणा की कि प्रभावित घरों के पुनर्निर्माण के लिए 2 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. सुदीप बंदोपाध्याय, डेरेक ओ ब्रायन, महुआ मोइत्रा सहित एमसी सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें घटना की जांच के बारे में जानकारी दी और मांग करी कि बंगाल के राज्यपाल को हटाया जाना चाहिए क्योंकि वह टीएमसी सरकार के खिलाफ असंवैधानिक रूप से काम कर रहे थे.

यह भी पढ़े: योगी शपथ समारोह: योगी आदित्यनाथ लखनऊ शपथ समारोह में बने नए मंत्रियों की सूची जानिए

मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के पंचायत नेता भादू शेख की अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी. इसके बाद, रामपुरहाट के बोगतुई गांव में पेट्रोल बमों से लगभग एक दर्जन घरों में आग लगने के बाद दो किशोरों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. अब तक पुलिस ने कम से कम 22 लोगो की गिरफ्तारियां की हैं। पीड़ितों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार जिंदा जलाने से पहले महिलाओं और बच्चों को बुरी तरह पीटा गया था.

इस घटना से नाराज बीजेपी ने ममता बनर्जी से बंगाल के सीएम पद से इस्तीफा देने की मांग की है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने स्वीकार किया कि बीरभूम एक संवेदनशील क्षेत्र है जहां राजनीतिक हिंसा अपने चरम पर है और हर दिन विपक्षी दलों को निशाना बनाया जाता है. यह देखते हुए कि राज्य में अब तक 200 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मारे गए हैं, घोष ने सवाल किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version