उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़ों में कमी देखी जा रही है। यानी साफ है कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी की मुहिम रंग लाई। तभी तो दिनों- दिन कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। देश में कोरोना की सुनामी है। लाखों लोगों को कोरोना के आकोश में ले लिया है। दूसरे राज्यों में जहां कोरोना का मीटर नॉन स्टाफ है। वही उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़ों में कमी देखी जा रही है। यानी साफ है कि उत्तर प्रदेश में सीएम योगी की मुहिम रंग लाई। WHO ने भी योगी मॉडल को सराहा है।  उत्तर प्रदेश के मुखिया हाल में कोरोना से जंग जीतकर एक बार फिर से मैदान में उतर गए है। जिलों का दौरा कर रहे हैं। अधिकारियों के साथ समीक्षा कर हालात की जानकारी ले रहे है।

योगी सरकार की मेहनत लाई रंग

यूपी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में लगातार कमी आई है। महीने भर में ये पहली बार 20 हजार से केस दर्ज आए है। बुधवार को ये आंकड़ा 18 हजार 1 सौ 25 दर्ज किया गया है। जबकि 26 हजार 700 लोग ठीक होकर अपने घर पहुंच गए हैं। जबकि, सूबे में 2 लाख 45 हजार 2 सौ से ज्यादा लोगों की कोरोना टेस्ट हुए हैं। यूपी में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 20,463 नए मामले सामने आए थे। इसके अलावा बीते 24 घंटे में 306 लोगों की मौत हुई थी। सोमवार को 24 घंटे के दौरान यहां कोरोना संक्रमण के 21,331 मामले सामने आए। इसके अलावा इस अवधि में 278 लोगों की मौत भी हो गई। बात रविवार की करें तो सूबे में 23 हजार से ज्यादा केस आए थे। जबकि 296 लोगों की महामारी से मौत हो गई थी। लेकिन पिछले कई सप्ताह से सूबे में कोरोना का आंकड़ा 20 हजार के ऊपर था अब वो घटकर 18 हजार तक आ गया है।

मौतों के आंकड़ों में कब ब्रेक ?

हालांकि प्रदेश में मौतों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि गांवों में इलाज में विलंब होने का कारण लोगों की मृत्यु हो रही है। केजीएमयू के कोविड अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जेडी रावत का कहना है कि दूर दराज के जिलों में इलाज की उचित व्यवस्था करके ही मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। फिलहाल सीएम योगी के निर्देशानुसार, ग्रामीण इलाकों में संक्रमण की रोकथाम व कोविड प्रबंधन की निगरानी के लिए 21,242 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।97,941 गांवों में घर-घर संपर्क कर स्वास्थ्य विभाग की 1,41,610 टीमें कोरोना की जांच करने के साथ ही मेडिकल किट की सुविधा उपलब्धं करा रही है। गांवों में कोरोना को नियंत्रण करना अति आवश्यक है। और योगी सरकार इसके लिए हर प्रयास कर रही है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गांव जा-जाकर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।

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