जेएनयू में पीएचडी छात्राओं ने देर रात विरोध प्रदर्शन किया। कैंपस में महिला छात्रों के हक की आजादी को लेकर लगातार सवाल उठा रहा है। पीएचडी की छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए जेएनयूएसयू लगातार प्रदर्शन कर रहा है। बीते दिनों में पीएचडी छात्रा के साथ कैंपस में छेड़खानी का मामला सामने आया था।

साबरमती ढाबे से प्रदर्शन मार्च

छात्रा के साथ छेड़खानी के मामले में पुलिस की तरफ से अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। दिल्ली पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। छात्रा ने आरोप लगाया है कि जेएनयू प्रशासन की तरफ से किसी तरह का कोई बयान नहीं आया है। रात लगभग 10:00 बजे कैंपस के छात्र काफी संख्या में मौजूद साबरमती ढाबे से प्रदर्शन मार्च निकाल रहे थे। इस दौरान उन्होंने जेएनयू की सड़कों पर हाथों में बैनर और डफली बजा कर विरोध प्रदर्शन किया।

यह भी पढ़ें:- दिल्ली में खत्म होने जा रहा वीकेंड कर्फ्यू, जानिए क्या होने जा रहे बड़े बदलाव?

पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई

छात्रों द्वारा प्रदर्शन मार्च निकालने और जेएनयू के वीसी के घर के बाहर तक प्रोटेस्ट भी किया। छात्र यूनियन की प्रेसिडेंट आईसी घोष ने जेएनयू प्रशासन और जेएनयू की सिक्योरिटी और दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाए। यूनियन प्रेसिडेंट का कहना है कि लोगों की गलती की वजह से कैंपस में छात्राओं के साथ इस तरह की घटना हुई है। आईसी घोष का कहना है कि दिल्ली पुलिस को 40 घंटे का समय दिया गया लेकिन अभी तक पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।

छात्राओं का कहना है कि आज 21 जनवरी को जेएनयू छात्रसंघ अपना प्रदर्शन मार्ग वसंत कुंज थाने के लिए करेंगे। इसके अलावा दिल्ली पुलिस पर आतंकी हमले की संभावना के चलते सुरक्षा की जिम्मेदारी बढ़ गई है अगर छात्र संघ वसंत कुंज में अपना विरोध प्रदर्शन करते हैं तो दिल्ली पुलिस के लिए और ज्यादा समस्या बढ़ जाएगी।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version