नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का तीसरा दिन है। इस बीच दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर किसानों की चल रही मीटिंग खत्म हो गई है. मीटिंग के बाद भारतीय किसान यूनियन पंजाब के जनरल सेक्रेट्री हरिंदर सिंह ने कहा है, “हमने फैसला किया है कि हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे और अपना विरोध प्रदर्शन यहीं करेंगे. रोज़ाना सुबह 11 बजे हम मुलाकात करेंगे और अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे.”
किसानों को मिला मुफ्त भोजन:
किसानों के जारी प्रर्दशन के दौरान कई सुखद तस्वीरें भी सामने आई. इसमें हरियाणा के मुरथल के मशहूर अमरीक सुखदेव ढाबे ने कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने दिल्ली जा रहे किसानों के लिए अपने ढाबे में मुफ्त भोजन की व्यवस्था की. इस ढाबे की तरफ से किसानों के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गई थी।
कृषि मंत्री ने क्या कहा:
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “भारत सरकार किसानों की समस्याओं के लिए किसान यूनियन से बात करने के लिए पूरी तरह तैयार है. हमने उनको 3 दिसंबर का आमंत्रण भेजा है और मुझे आशा है कि वो सब लोग आएंगे और इस बातचीत के जरिए रास्ता ढूढेंगे. मैं राजनीतिक दल के लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उनको राजनीति करनी है तो अपने नाम पर राजनीति करें, लेकिन किसानों के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए.”
अखिलेश यादव ने किसानों का किया समर्थन:
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, “किसान के ऊपर इतना अन्याय, ऐसी लाठी, इस तरीके से आतंकी हमला किसी सरकार के माध्यम से नहीं हुआ होगा जितना BJP की सरकार में हो रहा है. ये वही बीजेपी है जिसने कभी किसानों को भरोसा दिलाया था कि सत्ता में आने पर वो सिर्फ कर्जा माफ ही नहीं बल्कि किसानों की आय दोगुनी भी करेगी.”