आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में पीजी की छात्रा डॉ. योगिता गौतम हत्याकांड के आरोपी मेडिकल ऑफिसर डॉ विवेक तिवारी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। डॉ विवेक तिवारी ने पुलिस को बताया कि, उसने डॉ. योगिता के सिर, छाती और कंधे पर गोलियां मारीं और मौत सुनिश्चित करने के लिए चाकू से सर पर वार किया। डॉ विवेक तिवारी की गाड़ी से चाकू बरामद किया गया है। वहीं, उसने पिस्टल को लखनऊ एक्सप्रेस वे पर कहीं फेंक दी है, जिसकी तालाश पुलिस अभी कर रही है।

डॉ विवेक तिवारी ने पुलिस को बताया कि, वह योगिता से मिलने गया था, गाड़ी में बैठते ही योगिता से झगड़ा हो गया। इसके बाद डॉ विवेक तिवारी ने डॉ योगिता पर गोली चला दी, मौत सुनिश्चित करने के लिए चाकू से भी वार किया। इसके बाद सुनसान झाड़ियों में शव को लकड़ियों से दबाकर भागकर जालौन चला गया।

पुलिस के मुताबिक, डॉ विवेक तिवारी ने बताया, ‘वह डॉ. योगिता से प्यार करता था। दोनों 7 साल से रिलेशनशिप मे थें। दोनों पहले शादी भी करना चाहते थे, लेकिन डॉ विवेक ने खुद ही शादी से इनकार कर दिया था। डॉ योगिता को लगने लगा था कि वह उसे धोखा दे रहा है। इसलिए डॉ योगिता ने उससे शादी से इनकार कर दिया। डॉ योगिता ने बाद में डॉ विवेक का फोन कॉल भी उठाना बंद कर दिया था, इसीलिए वो डॉ योगिता से मिलने आगरा गया था। लेकिन दोनों के बिच झगड़ा हुआ जिसके बाद डॉ विवेक ने डॉ योगिता को गोली मार दी।

बता दें कि, डॉ योगिता का शव आगरा मुख्य मार्ग से करीब एक किलोमीटर अंदर भूमिया कुंज कॉलोनी के पास खेत में बरामद किया गया था। सारे वरदात सड़क पर एक जगह लगी सीसीटीवी कैमरा मे कैद हो गया था। इससे पहले नूरी गेट पर लगी सीसीटीवी में डॉक्टर योगिता घर से निकलती दिख रही हैं। सीसीटीवी से पता चल रहा है कि वह घर के बाहर से ही डॉक्टर विवेक तिवारी की कार में बैठी थीं।

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