कृषि कानूनों को लेकर पिछले देढ़ साल से किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रह थे। किसानों के आंदोलन और विरोध को देखते हुए सरकार की तरफ से भी तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया है। इसके बाद भी किसानों की कुछ ऐसी मांगे हैं जिनको लेकर वो किसान दोलन कत्म करने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं।

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किसान वापस लेंगे आंदोलन?

किसान नेता राकेश टिकैत इसको लेकर कई बार बयान जारी करते हुए कह चुके हैं कि, वह इतनी जल्दी किसान आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आयी है। जिससे लगता है कि, किसान बहुत जल्द अपना आंदोलन खत्म कर देंगे। केंद्र सरकार से किसानों को पत्र भेजा गया है। जिसमें लिख है कि, सरकार MSP पर कमेटी बनाएगी। आंदोलन में हुए सारे मुक़दमे वापस होंगे। पराली जलाने पर मुक़दमे नहीं होंगे इसके साथ ही किसान सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं।

केन्द्र सरकार ने लिखा पत्र

सरकार के इस रूख को देखते हुए लग रहा है कि, किसान  आंदोलन वापस ले सकते हैं। केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति को विरोध करने वाले किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दों के संबंध में एक पत्र भेजा है। जिसमें तमाम तरह की बातें लिखी हुई हैं। जिसके बाद आंदोलन की वापसी पर किसान नेता कुलवंत सिंह संधू का कहना है कि इस बारे में बुधवार को निर्णय लिया जाएगा। केंद्र की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव के मसौदे पर अभी सहमति नहीं बनी है। केंद्र सरकार से बातचीत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने 5 सदस्यों का पैनल बनाया है। जिसमें कई बड़े चेहरे हैं। इसके जरे सरकार किसानों के आंदोलन को खत्म कराना चाहती है। अब किसान अपना आंदलोन कब खत्म करते हैं? इस पर सभी की नजरे टिकी हुई हैं।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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