नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के प्रर्दशन का आज 10वां और बेहद ही अहम दिन है। किसानों की सरकार के साथ चार दौर की बातचीत हो चुकी है। आज पांचवें दौर की वार्ता हो रही है। राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रही मीटिंग में 40 किसान नेता शामिल हैं। इस बीच किसानों ने वार्ता के दौरान लंच ब्रेक में फिर से सरकारी खाना नहीं, बल्कि अपना लाया हुआ खाना खाया। जब चौथे दौर की बातचीत हो रही थी, तब भी किसानों ने सरकारी खाने को नहीं खाया।

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केंद्र के साथ वार्ता जारी:
केंद्र सरकार की तरफ से किसानों से बात करने के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश मौजूद हैं। इस बीच किसानों ने कहा है कि, “अब और बातचीत नहीं चाहते, बल्कि भरोसे और समाधान की जरूरत है”। वहीं किसानों की मांग पर सरकार ने पिछली मीटिंग का पॉइंट वाइज जवाब किसानों को सौंप दिया है। इसके लिए किसानों ने सरकार ने मांग की थी।

किस मुद्देपर है आपत्ती:
सूत्रों के मुताबिक किसानों के साथ बातचीत में कई मुद्दोंपर सहमती नहीं बन पा रही है। सरकार की तरफ से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जारी रखने की लिखित गारंटी देने और कृषि बिलों के जिन प्रोविजंस पर आपत्ति है. बातचीत के दौरान किसान तीनों कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। किसानों का साफ तौर पर कहना है कि कृषि कानूनों में बदलाव से काम नहीं चलेगा।

किसानों ने क्या कहा:
सरकार से बैठक के बीच किसानों ने कहा है कि सरकार बार-बार तारीख दे रही है। ऐसे में हमने फैसला लिया है कि आज बातचीत का आखिरी दिन है। अब जो होगा आर-पार की लड़ाई के लिए होगा

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