फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। पार्टी के प्रमुख हिंदू चेहरे के नाम पर पहचाने जाने वाले देवेंद्र सिंह राणा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। देवेंद्र सिंह राणा फारूक अब्दुल्ला के बेहद करीबी नेताओं में शुमार थे। ऐसे में उनका इस्तीफा देना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। देवेंद्र राणा के साथ-साथ एक अन्य हिंदू नेता एसएस सलाथिया ने भी नेशनल कांफ्रेंस से इस्तीफा दे दिया है। अब माना जा रहा है कि दोनों नेता बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।

अगर यह दोनों नेता बीजेपी का दामन थामेंगे तो बीजेपी के लिए यह किसी खजाने से कम नहीं होगा। देवेंद्र सिंह राणा के पास जनता का काफी सपोर्ट है। लोगों के बीच उनकी काफी अच्छी पकड़ है। उन्होंने साल 2014 में नेशनल कांफ्रेंस के टिकट पर मोदी लहर के बावजूद भी नगरोटा विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। देवेंद्र राणा मुखर है और उनके पास प्रशासनिक अनुभव है। उन्होंने उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री रहते हुए उनके राजनीतिक सलाहकार के रूप में भी काम।

वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला ने सलाथिया और राणा के इस्तीफे को मंजूर कर लिया है।

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से राणा के बदले स्वर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए थे। संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने बुधवार को पार्टी अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला व उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मुलाकात भी की थी। लगभग दो घंटे चली बैठक में विभिन्न मुद्दों के साथ पार्टी छोड़ने की अटकलों पर बातचीत भी हुई थी। जिसके बाद राणा ने कहा कि अब जम्मू के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जम्मू के लोग विकास, रोजगार और सुशासन में बिना किसी क्षेत्र को दबाए हुए समान अधिकार चाहते हैं और इसके लिए दबना भी नहीं चाहते हैं।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version