अरे बहुत बुरा हुआ यार उस लड़की के साथ….अरे ये बलात्कार होना अब तो आम बात हो गयी….फिर से किसी का बलात्कार हो गया क्या….कहाँ हुआ बलात्कार …..किस जगह बलात्कार हुआ….कहाँ-कहाँ छुआ, बस बलात्कार ही किया या मारने की भी कोशिश की गयी….कितने आदमी थे…लड़की वहां करने क्या गयी थी…जब दिख रहा था वहां कोई नहीं तो अकेले गयी क्यों थी…इतने छोटे कपडे पहनेगी तो बलात्कार ही होगा न…. अरे इतनी बेरहमी के साथ बलात्कार किया है,अब तो बचना मुश्किल लगता है …..लड़की की हालत बहुत नाज़ुक है….. अच्छा होगा की मर ही जाये….माफ़ करिये हम आपकी बेटी को बचा नहीं पाए….. ये कुछ ऐसी पंक्तियाँ हैं जिन्हे हम आये दिन सुनते रहते हैं। आये दिन न जाने कितनी लड़कियों की ज़िन्दगी बर्बाद हो जाती है। न जाने कितने माँ बाप अपनी इज़्ज़त की परवाह कर दहाड़ मार मारकर रोते हैं। न जाने कितनी लड़कियों के साथ बलात्कार कर उन्हें बेरहमी से मार दिया जाता है। पुलिस के सवाल जवाब और अपनी पीड़ा से लड़कर अगर लड़की बलात्कार जैसे घिनौने हादसे से बाहर आ भी जाये है तो समाज की तानों भरी चुभती नज़र लड़की को जीने नहीं देती। गज़ब की दुनिया है न ? लड़की ज़िन्दगी की जंग हार जाती है और उसके बाद फूटता है लोगों का गुस्सा उसके बाद क्या होता है…मैं आपको बताती हूँ उसके बाद सोशल मीडिया पर #JUSTICEFOR का ट्रेंड चलता है। जंतर मंतर या इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकलते हैं। फिर पुलिस से मुठभेड़ होती है। झगड़ा होता है और हम मीडिया वालों को एक नयी न्यूज़ मिल जाती है। मान लो लम्बे संघर्ष के बाद लड़की को इन्साफ मिल भी जाता है और उसके बाद उसके आरोपियों को सजा भी मिल जाती है। लेकिन इन सबके दौरान पता है क्या होता है? इन सबके दौरान कई लड़कियां तब तक बलात्कार का शिकार हो चुकी होती हैं…और फिर से वही दोहरी प्रक्रिया की शुरुआत हो जाती है।

पीड़िता के घर पर पहरा देने के लिए तैनात पुलिस

14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ चार युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया। यह घटना चंदपा पुलिस थाना इलाक़े के एक गांव की थी। पीड़िता अपने मां और भाई के साथ पशुओं को चारा खिलाने के लिए खेतों पर घास लेने के लिए गई थी। उसी दौरान लड़की का भाई घास काटने के बाद चारा लेकर खेतों से वापिस घर आ गया था। इसके बाद पीड़िता की मां कुछ दूरी पर जाकर घास काटने लगी। उसी दौरान पीड़िता को अकेला पाकर गांव के रहने वाले चार युवक बाजरे के खेत में खींचकर ले गए। घिनौनी घटना को अंजाम देते वक्त पीड़िता की चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंची मां को देखते ही आरोपी युवक फरार हो गए। बलात्कारियों ने उस लड़की के साथ घिनौना काम तो किया ही पर साथ ही उस लड़की को मारने की भी पूरी कोशिश की। जिसके बाद पीड़िता को अलीगढ़ के स्थानीय अस्पताल जेएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। लेकिन पीड़िता की हालत सुधरने की बजाय लगातार बिगड़ती जा रही थी। इसलिए उसे दो दिन पहले यानी कि सोमवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता की रीढ़ की हड्डी और गले में चोट थी। जिसके बाद ज़िन्दगी और मौत के बीच झूला झूलती रेप पीड़िता की आज एम्स अस्पताल में मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने बलात्कार मामले में चारों आरोपियों संदीप, रामू, लव कुश और रवि को गिरफ़्तार कर लिया है। पीड़िता ने अपने बयान में कहा था कि रेप के बाद आरोपियों ने उसे गला घोंटकर जान से मारने की भी कोशिश की। बेरहमी की हद की तो कोई सीमा ही नहीं थी। बलात्कारियों ने लड़की की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया था और गले को मोड़ दिया था जिसके कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। पीड़िता की जीभ भी काट डाली थी, तभी से पीड़िता वेंटिलेटर पर थी।

मायावती ने इस मामले को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि – यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय है। जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियां भी अब यहां प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे, बी.एस.पी. (बहुजन समाजवाद पार्टी) की यह मांग।

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