केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने कोरोना वॉरियर्स से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया। इस दैरान गृहमंत्री ने कहा कि साल 2020 चुनौतियों से भरा रहा। लेकिन पुलिस हर मुश्किल समय में लोगों के साथ खड़ी रही। शाह ने कहा कि अपनी परवाह न करते हुए पुलिस ने कोरोना काल में लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभाई। पुलिस के बिना व्यवस्था बनाए रखना मुश्किल है।

गृहमंत्री की कानून व्यवस्था पर चर्चा

इसी क्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथमैराथन बैठक भी की। दरअसल केंद्र सरकार के तीनों नए कृषि कानून के खिलाफ किसान पिछले 50 से ज्यादा दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं, इन सबके बीच शाह की यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है। बैठक के दौरान शाह दिल्ली पुलिस के सभी सीनियर अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें मंत्र दिए। मीटिंग में गणतंत्र दिवस की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई।

किसान आंदोलन पर मंथन

दरअसल किसानों की ट्रैक्टर रैली पर पुलिस सुप्रीम कोर्ट गई थी। लेकिन कोर्ट ने कहा कि शहर में किसे प्रवेश देना है और किसे नहीं, इसका फैसला कोर्ट नहीं बल्कि पुलिस ही करेगी। कोर्ट ने कहा कि राजधानी की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस का है। वहीं कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद बॉर्डर पर सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। इसी सिलसिले में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से मुलाकात की है। इस बैठक को कई मायनों में अहम माना जा रहा है।

पुलिस विभाग की तारीफ

उन्होंने कहा कि गृह विभाग में पुलिस है, लेकिन अगर ढेर सारे विभाग है, तो जब सबसे पहले किसी विभाग की स्थापना हुई तो वो एडमिनिस्ट्रेशन और लॉ एंड आर्डर विभाग था। एक तरह से सबसे पुराना विभाग, पुलिस विभाग है।  जब तक कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो तब तक कोई व्यवस्था अच्छी नहीं हो सकती।  कोरोना काल में आपने जितना अच्छा काम किया, अगर में साधारण नागरिक भी होता तब भी आज गृह मंत्री के रूप में जैसे आपकी तारीफ कर रहा हूं, उसी रूप में एक साधारण जनता के रूप में भी करता।

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