बेंगलुरु के राजाजीनगर में ईएसआई अस्पताल के मुर्दाघर में दो शव मिले हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि शव पिछले साल से मुर्दाघर में सड़ रहे हैं। शव के परिजनों को पिछले साल ही सूचना दे दी गई थी कि उनके शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। ये शव 15 महीने से मुर्दाघर के फ्रीजर में सड़ रहे थे। सफाई कर्मचारी को सफाई के दौरान दुर्गंध आने पर शवों के बारे में पता चला। कर्मचारियों और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण दोनों शवों को बिना अंतिम संस्कार के कोल्ड स्टोरेज में रखा गया। अब परिजन अस्पताल वालों पर घोर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।

15 महीनों से शव मुर्दाघर में सड़ रहे थे


दोनों शवों की पहचान चामराजपेट की दुर्गा (40) और बेंगलुरु के केपी अग्रहारा के मुनीराजू (35) के रूप में हुई है। दोनों मरीज नोवेल कोरोनावायरस से संक्रमित थे और उन्हें जुलाई 2022 में ईएसआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका निधन हो गया था। दोनों शवों को BBMP द्वारा किए जाने वाले अंतिम संस्कार के लिए एक पुराने मुर्दाघर में ले जाया गया। सीओवीआईडी -19 रोगियों के शवों के निपटान का काम बीबीएमपी पर सौंपा गया था।  BBMP ने बिना अंतिम संस्कार के ही परिवार वालों को सूचित कर दिया था कि शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है लेकिन शवों को मुर्दाघर में रखा गया था।

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परिजन लगा रहें न्याय की गुहार


बता दें कि COVID-19 के कारण मौतों की संख्या में वृद्धि हुई तो अस्पताल के अधिकारी शवों को मुर्दाघर में नहीं रख सके और दिसंबर 2020 में एक और नए मुर्दाघर का उद्घाटन किया गया। नई मुर्दाघर के उपयोग के लिए आने के बाद, पुराने मुर्दाघर को लावारिस छोड़ दिया गया। दुर्गंध आने के बाद जब कर्मचारी फ्रीजर की सफाई करने गए तब दोनों शवों को बरामद किया गया। दो कोविड मरीज़ों के शवों के साथ लापरवाही के इस गंभीर मामले को लेकर परिजनों ने नाराजगी जताई है। एक पीड़ित परिवार के परिजन ने कहा कि हमारे लिए शव को ले जाने के लिए कुछ नहीं बचा है। हमारे दूसरे रिश्तेदार भी यहां आ रहे हैं। इन लोगों की लापरवाही से हम बहुत दुःखी हैं हमें न्याय चाहिए।

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