देश की रक्षा करते हुए सीमा पर जवान अकसर शहीद हो जाते हैं और अपने पीछे छोड़ जाते हैं एक अमर गाथा। इसी तरह जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में एक आतंकी हमले में शैलेंद्र सिंह शहीद हो गये। ये आतंकी हमला श्रीनगर के सोपोर मे हुआ था। शैलेंद्र सिंह रायबरेली के डलमऊ थाना क्षेत्र के मीर मीरानपुर अलहोरा गांव के रहने वाले थे। शैलेंद्र सिंह का जैसे ही पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा उन्हें देखने के लिये जनसैलाब उमड़ पड़ा। गांव से 5 किलोमीटर पहले ही लोग शहीद की शहादत पर भारत माता के जयकारें लगाते हुए अंतिम दर्शन करने पहुंचे। लोगों ने “शहीद शैलेंद्र सिंह अमर रहे”, “जब तक सूरज चांद रहेगा ,शैलेंद्र सिंह तेरा नाम रहेगा” के नारे लगाए। इस दौरान बच्चा हो या बड़ा सभी की आंखों में आंसू थे।

शैलेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर जब उनके घर पहुंचा तो उन्हें देखकर उनके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शहीद के पार्थिव शरीर को देखकर पूरे गांव के आंसू निकलने लगे। हर कोई जवान की शहादत को याद करते हुए जयकारे लगाता हुआ दिखा। जिसके बाद शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ डलमऊ के गंगा घाट पर ले जाया गया जहां उनका वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान शहीद शैलेंद्र सिंह को उनके बूढ़े पिता नरेंद्र बहादुर सिंह ने कांपते हुए हाथों से मुखाग्नि दी। इस दौरान जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार, विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह समेत कई प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी ने शहीद की आत्मा शांति की प्रार्थना की।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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