राजनीतिक नेता शरद पवार ने खुद को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। शरद पवार के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने की अटकलें तबसे लगाई जा रही हैं जबसे चुनाव विश्लेषक प्रशांत किशोर की गांधी परिवार के साथ बैठक हुई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पावर ( जो पहले श्री किशोर से दो बार मिल चुके थे) ने इस बात से भी इनकार किया कि बैठक में किसी भी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं की गयी थी।

पवार ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि – मुझसे दो बार मिले लेकिन जो कुछ भी हुआ वह उनकी कंपनी के बारे में था। 2024 के चुनाव या राष्ट्रपति चुनाव के नेतृत्व के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई। प्रशांत किशोर ने मुझसे कहा कि उन्होंने अब चुनावी रणनीति बनाने का काम छोड़ दिया है। यह कहना गलत है कि मैं राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार हूं। बीजेपी का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि – जब किसी एक पार्टी के 300 से ज्यादा सांसद हों, तो चुनाव का नतीजा क्या होगा, मैं जानता हूं। मैं राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं रहूंगा।

कल श्री किशोर ने तीनों गांधीओं से मुलाकात की थी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा व्यक्तिगत रूप से मौजूद थे और सोनिया गांधी वीडियो चैट पर शामिल हुई थीं। श्री किशोर ने एक वरिष्ठ न्यूज़ एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए बताया कि – वह चुनावी रणनीति के क्षेत्र को छोड़ रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड में अपने करियर के संदर्भ में खुद को “विफल राजनेता” कहा है।लेकिन उनकी मुलाकात से शरद पवार की भूमिका को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया और इस बात पर भी सवाल उठने लगे कि क्या वह विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे।

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