आखिरकार लंबे इंतजार के बाद भारतीय एयरफोर्स में राफेल फाइटर जेट को शामिल कर लिया गया है। इस मौके पर एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख तथा फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरिंस पार्ले भी मौजूद रहीं। इस मौके पर वाटर कैनन से राफेल को सलामी दी गई तथा पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ के बाद राफेल को वायु सेना का हिस्सा बना लिया गया। राफेल एयरफोर्स के 17 वें स्क्वाड्रन, “गोल्डन एरो” का हिस्सा बन चुका है। फ्रांस से राफेल का यह पहला जत्था
27 जुलाई को अंबाला के वायुसैनिक अड्डे पर पहुंचा था।

चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच राफेल का एयरफोर्स में शामिल होना, सेना के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। दरसल भारत ने फ्रांस से 36 लड़ाकू विमानों की खरीद के लिये 59,000 करोड़ रुपये खर्च किए थे। जिसका पहला जत्था भारत पहुंच चुका है. इसमें 5 राफेल विमान शामिल है। भारत ने फ्रांस से कुल 36 विमान शामिल है।

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