पिछले कुछ दिनों से नेपाल में सियासी जंग जारी है । नेपाल प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) के इस्तीफे की बात सुर्खियों में है । बता दें कि नेपाल के सियासत में पिछले कई दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ है । आज प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे पर बैठक में फैसला लिया जाना था, जिसके लिए नेपाल के कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक होने वाली थी लेकिन ये बैठक रद्द कर दी गयी । अब यह बैठक परसों यानि 6 जुलाई को होगी । कल ही पीएम ओली ने नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी (Bidhya Devi Bhandari) से भी मुलाकात की थी

वहीं दूसरी ओर चीन पूरी कोशिश कर रहा है कि पीएम ओली कि कुर्सी बच जाए। चीन नेपाल कि सियासी जंग में घुसने की पूरी कोशिश कर रहा है । इसी सिलसिले में चीन की राजदूत होउ यानिकी ने कल नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात की। नेपाल को भारत के विरुद्ध करने में चीन को कसर नहीं छोड़ रहा है ।

इससे पहले चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के स्थायी समिति की बैठक में 44 में से 33 सदस्यों ने ओली के इस्तीफे की मांग की थी । पीएम केपी शर्मा ओली अपनी कुर्सी बचाने की फिराक में हैं, उन्हें इस्तीफा देने का मन नहीं । अगर उन्हें इस्तीफा देने कि नौबत आई तो वो पार्टी का विभाजन करवाने से नहीं चुकेंगे। अगर उन्होंने इस्तीफा दिया तो पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल (Pushpa Kamal Dahal) के प्रधानमंत्री बनने की दावेदारी सबसे ज्यादा होगी । वो फिर से सत्ता में आ सकते हैं ।

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