कई महीनों तक थोड़ा खबरों से दूर रहने के बाद एक बार फिर कोरोना दिनभर सुर्खियों में रहने को वापस आ गया है। जिंदगी फिर डरने लगी है। कुछ महीनों पहले वाली तबाही का मंजर जहन में एंट्री कर चुका है। साउथ अफ्रीका में पाया गया कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कर्नाटक से एक बुरी खबर आई है। दरअसल, कर्नाटक में विदेश से आने वाले यात्रियों में से दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस खबर ने कर्नाटक समेत पूरे देश की नींद उड़ा दी है। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों की रिपोर्ट आ गई है। दोनों में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है। इस बात की पुष्टि हो गई है कि वेरिएंट ओमीक्रॉन नहीं है। फिलहाल दोनों को आइसोलेट कर क्वारंटाइन कर दिया गया है।

कर्नाटक के लिए राहत की खबर

कर्नाटक के स्वास्थ्य सचिव टीके अनिल कुमार ने कहा कि चूंकि यात्री विदेश से आए थे, इसलिए जीनोम अनुक्रमण तेजी से ट्रैक किया गया था। पहला यात्री 11 नवंबर को बेंगलुरु आया और दूसरा यात्री 16 नवंबर को आया था। दोनों को अलग-अलग क्वारंटाइन किया गया था। इस बात की पुष्टि हो गई है कि दोनों मामले डेल्टा वेरिएंट के हैं। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 10 उच्च जोखिम वाले देशों से 584 लोग बेंगलुरु पहुंचे हैं और इनमें से 94 लोग दक्षिण अफ्रीका से आए हैं। अधिकारियों ने कहा कि शहर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच के लिए हवाई अड्डे पर एहतियाती उपायों का निरीक्षण किया है। जानकारी के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के प्रोटोकॉल को भी बदल दिया है। इससे पहले, उन्हें केवल एक आरटी-पीसीआर परीक्षण की आवश्यकता होती थी जो 72 घंटे पुराना हो। लेकिन हमने यह सुनिश्चित करने के लिए मानदंडों में बदलाव किया है कि सभी यात्रियों का हवाई अड्डे पर कोरोना टेस्ट होगा। रेपिड टेस्ट के परिणाम एक घंटे के भीतर आते हैं जबकि सामान्य आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए लगभग 4 घंटे का समय लगता है। रिपोर्ट आने तक यात्रियों को हवाई अड्डे पर रहना होगा। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कोविड -19 के नए वेरिएंट के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से अंतरराष्ट्रीय आगमन पर जांच और परीक्षण अनिवार्य कर दिया है।

एक्शन में कर्नाटक सरकार

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने शनिवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में स्वास्थ्य मंत्री डीके सुधाकर के अलावा कई और मंत्री शामिल हुए। कर्नाटक के प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण ने सभी संबंधित अधिकारियों को त्रि-स्तरीय निगरानी रणनीति के सावधानीपूर्वक कार्यान्वयन और कठोर निगरानी करने के निर्देश दिए। सर्कुलर में कहा गया है, यह जरूरी है कि बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग से आने और जाने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को दिशानिर्देशों के अनुसार जांच में हिस्सा लेना अनिवार्य है। कर्नाटक के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर ने शनिवार को कहा कि राज्य में अभी भी नए वेरिएंट का कोई संकेत नहीं है। हमने निवारक उपायों पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को एक बैठक की। प्रभावित देशों से आने वाले लोग बेंगलुरु में उतरने के बाद आरटी-पीसीआर परीक्षण करेंगे। पॉजिटिव पाए जाने पर वे इलाज के लिए एयरपोर्ट और उसके आसपास रहेंगे। उनके संक्रमित होने पर होम क्वारंटाइन अनिवार्य होगा। स्थिति पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हवाई अड्डे पर तैनात किया गया है।

ओमिक्रोन का खौफ, गाजियाबाद में असर

दुनिया भर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमाइक्रोन को लेकर चिंता का माहौल है। कोरोना का नया अवतार फिर से हर किसी की समझ से बाहर है। वैज्ञानिक भी मान रहे हैं कि, नया वेरिएंट तेजी से फैलने वाला है। ये काफी खतरनाक है और दोनों टीका लगा चुके लोगों में भी संक्रमण पाया जा रहा है। इसलिए भारत में फिर एक बार स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्टिव हो गई है। गाजियाबाद के वसुंधरा की गार्डेनिया ग्लैमर सोसायटी की फ्लैट नंबर A- 405 में नए वैरिएंट का कोरोना पॉजिटिव युवक की पुष्टि हुई है। जिसके बाद हड़कंप मच गया है। सोसायटी के बाहर नोटिस लगा दिया गया है और गेट पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात कर दी गई है साथ ही सभी लोगों से अपील की जा रही है कि, अपनी जांच कराएं और कोरोना से लड़ने में सरकार की मदद करें।

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