UP Government: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 कर्मचारियों को विशेष आकस्मिक अवकाश की सुविधा प्रदान की है। इसके साथ ही अब यूपी सरकार ने अपनी एक नई पहल शुरु की है। राज्य सरकार ने उन बच्चों की सहायता के लिए कदम उठाया है जो अब महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक ट्रामा सचिव परामर्श विशेष देखभाल उपचार हैं जिसमें प्रशिक्षित परामर्शदाता एक उदास व्यक्ति के साथ इस तरह से जुड़ते हैं जो अनुरूप हस्तक्षेप के माध्यम से एक प्रभावी उपचार प्रक्रिया के क्रियान्वयन की अनुमति देता है।
परामर्शदाताओं के मामलों की पहचान
सरकार की इस योजना के द्वारा करीब 11 हजार से अधिक ऐसे बच्चों के पहचान की गई है जिन्होंने महामारी के दौरान अपने माता-पिता को खो दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक मनोज राय का कहना है कि अब पहले से कहीं अधिक गंभीर आवश्यकता है कि प्रभावित बच्चों के साथ जीवन भर खड़े रहे ताकि वे गुणवत्तापूर्ण जीवन जी सकें। मनोज राय का कहना है कि जिला बाल संरक्षण इकाई और बस स्टॉप केंद्र के चार परामर्शदाताओं के मामलों की पहचान करने और उन्हें दुःख और अभिघातजन्य तनाव विकास से उबरने में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
Also Read: Lulu Mall: लुलु मॉल में हुई घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
जीवन के प्रति आत्मविश्वास
इस योजना के तहत 75 जिलों में 300 से अधिक परामर्शदाताओं को प्रशिक्षित किया गया। साथ ही उन बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सभी के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई। यें परामर्शदाता इन बच्चों के घर गए और उन्हें ट्रामा सचिव परामर्श प्रदान किया। एक आघात के बाद, आत्मविश्वास का नुकसान सबसे कठिन होता है। परामर्श से जीवन के प्रति आत्मविश्वास पैदा होता है।
एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल डॉक्टर्स के महासचिव डॉ अभिषेक शुक्ला का कहना है कि मई 2022 में एक विश्लेषण और क्षेत्र का दौरा किया गया जिसमें यह देखा गया कि कुछ बच्चे अत्यधिक आघातित हुए हैं।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।