जहां एक तरफ किसान कानूनों के विरोध में पिछले 32 दिनों से किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाला हुआ और केन्द्र सरकार का लगातार विरोध कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ यूपी की योगी सरकार किसानों पर लगातार मेहरबानी कर रही है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, योगी किसानों को मनाने की किस तरह से तैयारी कर रहे हैं।

किसानो पर मेहरबान योगी सरकार

योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए किसानों के ऊपर लगे हुए मुकदमों को वापस ले लिया है। इसको लेकर योगी सरकार ने यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को प्रस्ताव भेजा है। जिस पर राज्यपाल ने मुहर लगा दी है। इस प्रस्ताव से तीन दर्जन से ज्यादा किसानों को लाभ होगा। आपको बता दें, नोएडा के के भट्टा-पारसौल गांव में जमीन अधिग्रहण के विरोध में सात मई 2011 को पुलिस और किसानों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ था। ये विरोध प्रदर्शन इतना खतरनाक था कि, इसमें दो पुलिसवालों की मौत हो गई थी। उस समय राज्य में मायावती की सरकार थी।

योगी का फैसला किसानों को देगा जीवनदान

गौतमबुद्धनगर के जेवर से भाजपा के विधायक धीरेंद्र सिंह ने योगी सरकार से किसानों पर दर्ज हुए केस वापस लेने की अपील की थी। ये सभी मामले गौतमबुद्ध नगर के थाने मे दर्ज हैं। इन मामलों में किसानों पर लूट, अपहरण, बलवा, डकैती, आगजनी , अवैध हथियारों का प्रयोग , सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने, हत्या का प्रयास और हत्या जैसे आरोपों में 20 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। अब योगी सरकार ने इन्हीं मुकदमों को वापस लेने के लिये कदम उठा लिया है। योगी सरकार के इस फैसले को किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि, किसान आंदोलन के बीच किसानों पर मेहरबानी करके योगी सरकार किसान को विरोध को शांत करने की कोशिश कर रही है। क्योंकि राज्य में बहुत जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। योगी सरकार के इस मंशा के पीछे की भले ही कोई वजह हो लेकिन किसानों को इसका फायदा मिलने वाला है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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