Chhath Puja 2022: सभी लोग छठ महापर्व का इंतज़ार बेसब्री से करते हैं। छठ बिहार, यूपी, झारखंड और असम का महापर्व है। ये व्रत सभी महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु के लिए करती हैं। छठ का व्रत 36 घंटे का निर्जला व्रत है। इसकी शुरुआत नहाय खाय से की जाती है।
आज छठ महापर्व का दूसरा दिन है। आज के दिन खरना की पूजा होती है। इस पूजा में गुड वाली खीर और रोटी बनाने का महत्व है। तो आइए जानते हैं क्या है इस दिन का महत्व।
खरना का महत्व
छठ पूजा के दूसरे दिन खरना की पूजा की जाती है। आज के दिन महिलाएं खरना का व्रत रखती हैं। इस दिन गुड़ की खीर और रोटी बनाई जाती है। सभी चीजें मिट्टी के चूल्हे पर बनाई जाती है। शाम में खरना की पूजा होती है। इसके बाद सबसे पहले व्रती प्रसाद ग्रहण करती हैं फिर सभी को प्रसाद बांटती हैं। खरना पूजा के बाद सभी महिलाएं मिलकर छठ की गीत गाती हैं। इस पूजा के कई सारे नियम हैं जिसे अपनाया जाता है। तो आइए विस्तार से जानते हैं क्या है पूजा का नियम।
खरना के दिन अपनाएं ये नियम
छठ पूजा के कई सारे विधि विधान हैं। इसमें पवित्रता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है। इस महापर्व में कोई भी गलती की गुंजाइश नहीं होती है। इसमें कई सारे नियमों को अपनाया जाता है तो आइए जानते हैं नियमों के बारे में।
- प्रसाद को झूठे या गंदें हाथों से न छुएं। अगर ऐसा हो जाता है जो इन चीजों का प्रयोग पूजा में नहीं किया जाएगा।
- पूजा में प्रयोग होने वाला प्रसाद पहले किसी को नहीं दिया जाता है। व्रती भोग लगाने के बाद पहले खुद ग्रहण करती हैं फिर सभी को बांटती हैं।
- छठ महापर्व के दौरान लहसुन, प्याज का सेवन वर्जित है। इस दौरान तामसिक भोजन को अपनाना चाहिए।
- छठ के दौरान व्रती का पलंग पर सोना नहीं चाहिए। इस दौरान इन्हें जमीन पर सोना चाहिए और ब्रह्म जीवन का पालन करना चाहिए।
Also Read: Chhath puja 2022: छठ में सुनिए शारदा सिन्हा के ये गीत, फेस्टिवल को बनाए और भी स्पेशल
खरना के दौरान करें ये चीजें
- खरना के दिन पूजा वाले स्थान पर ही प्रसाद बनाना चाहिए। प्रसाद बनाने से पहले स्थान को गंगाजल से शुद्ध कर लेना चाहिए।
- खरना का प्रसाद सबसे पहले व्रती ग्रहण करती हैं। व्रती को एकांत में प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। इन्हें प्रसाद ग्रहण करते समय नहीं टोकना चाहिए।
- खरना के दौरान किसी भी प्रकार का झगड़ा-झंझट नहीं करना चाहिए।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं