बिहार और यूपी के लोगों के बीच सरकारी नौकरी का क्रेज है। ये नौकरी यहां के युवाओं के लिए किसी बड़ी उपलब्धी से कम नहीं है। सरकारी नौकरी प्राप्त करने के बाद समाज में जो रूतबा हासिल होता है उसे देखकर हर युवाओं की पसंद सरकारी नौकरी बन जाती है लेकिन सवाल है आज के बदलते समय में इस नौकरी को कैसे प्राप्त किया जाय। दिन प्रतिदिन सरकारी नौकरी के अवसरों में हो रही कटौती और बढ़ती युवाओं की आवादी के बीच कैसे रणनीति बनाकर इस नौकरी को प्राप्त कर समाज में अपना रूतबा हासिल करे आज इस लेख में जानेंगे।


प्रतियोगिता परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी प्राप्त करने का सबसे बड़ा क्षेत्र बैंकिंग का है क्योंकि सरकारी नौकरी की अधिक संभावना फिलहाल इसी क्षेत्र में दिखाई पड़ती है जहां नियमित रूप से बड़े पैमाने पर भर्तियां निकलती है। बाबजूद बिना किसी ठोस रणनीति और सटीक तैयारी के बैंक पीओ, बैंक क्लर्क बनना आसान नहीं है। लेकिन रणनीति सही और सटीक हो तो फिर नौकरी पाना कोई मुश्किल काम भी नहीं है।

अब सवाल उठता है कि परीक्षा की रणनीति कैसे बनाएं। छात्रों के बीच बैंकिंग नौकरी की लोकप्रियता को देखते हुए बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में कई कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं। जो इन परीक्षाओं में सफलता दिलाने की गारंटी देते हैं। तो वहीं कुछ छात्र घर पर रहकर भी इन परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ रणनीति के बारे में बताएंगे जिसे अपनाकर आप इन परीक्षाओं में सफल हो सकते हैं।
इंडियन बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन, IBPS PO की EXAM के लिए क्वेश्चन के पांच क्षेत्र निर्धारित किए गए हैं जिसके माध्यम से सेलेक्शन बोर्ड छात्रों की मनोदशा को जांचने का काम करता है। जिनके लिए वे दो लिखित परीक्षा का लेते हैं जिसमें सफलतम उम्मीदवार को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है जिसके बाद किसी सरकारी बैंक में जॉव करने का अवसर मिलता है। तो पहले चर्चा करते है लिखित परीक्षा के पैटर्न पर जो बोर्ड द्वारा हर साल आयोजित किये जाते है।

बोर्ड ने जिन पूछे जाने वाले पांच सेक्शन निर्धारित किये गए हैं उनमें अग्रेजी कॉम्प्रिहेंशन, गणित, लॉजिक क्षमता, बैकिंग और जेनरल नॉलेज, और कंप्यूटर से संबंधित सवाल पुछे जाते हैं। परीक्षा पैटर्न की जानकारी हो जाने के बाद पहला सवाल यही होता है कि इसकी तैयारी कैसे करें। पहले तो जानकारों या फिर किसी सफल उम्मीदवारों की मदद से आप अच्छे किताबों का संकलन करे और नियमित रूप से इसका अभ्यास करें। पुराने प्रश्नपत्रों को बार-बार बनाने से आपको अपनी क्षमता का अंदाजा लगेगा ही, साथ ही परीक्षा के प्रति आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा

खासकर बैंकिंग परीक्षा में समय प्रबंधन काफी मायने रखता हैं। दो घंट के प्रश्नपत्र मे काफी जटिल सवाल पुछे जाते हैं। आपको सही समय पर सभी सेक्शन के सवालों को परीक्षा में बनाने के लिए घर पर नियमित अभ्यास करने होंगे। कौन से सवाल बनाने है कौन से छोड़ने है ये भी आपको तय करने हैं।परीक्षा में सारे सवाल आप नही बना सकते हैं। इसलिए उपलब्ध समय के हिसाब निर्णय लेना महत्वपूर्ण होता है।चुकी परीक्षा में निगेंटिंग मार्किंग होती है इसलिए आप नियमित रूप से पूर्व में पूछे गए प्रश्नपत्रों का अभ्यास कर एक्यूरेसी लाने का प्रयास करे और गलत उतर लगाने से बचे। बैकिंग परीक्षा पास करने के लिए नियमित अभ्यास का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए आप बोर्ड द्वारा निर्धारित सभी सेक्शन से आने वाले सवालों का नियमित अभ्यास करें।परीक्षा के जानकार मानते है कि बैंकिग क्षेत्र के प्रतियोगिता परीक्षा के लिए छह महीनों की तैयारी काफी है लेकिन ये छात्रों की काबिलियत पर निर्भर करती है। कि वे कितने दिनों में सिलेबस को समझ पाते हैं।

Share.
Exit mobile version