शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 12-03-2022 को स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल (Culture Sector) साइंसेज द्वारा विश्वविद्यालय की सभागार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय “करियर अपॉर्चुनिटी इन एग्रीकल्चर सेक्टर” रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत तरीके से दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ ।

संगोष्ठी के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए

तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज की हेड डॉ. शिवानी ने शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह तथा सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत करते हुए की, तथा संगोष्ठी के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शोभित विश्विद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि छात्रों की कक्षाओं में उपस्थिति यदि अधिक होगी तो वास्तव में वह कक्षा के माध्यम से बहुत अधिक ज्ञान प्राप्त करेंगे तथा भविष्य के लिए सही मार्ग चुन संकेगे।

शिक्षक द्वारा जो ज्ञान छात्रों को प्रदान किया जाता है वह उनको सम्बंधित विषय में शोध करने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम के द्वारा छात्र निश्चित रूप से अनेक समस्याओं का समाधान प्राप्त करते हैं जिनको वें अपने जीवन में कार्यान्वित भी करते हैं। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं अतिथि डॉ. राजवीर सिंह एसोसिएट प्रोफेसर गोचर महाविद्यालय, रामपुर मनिहारान ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय एवं राज्य एनजीओ और प्राइवेट सेक्टर देश के किसानों के प्रति अनेक कार्य एवं योजनाओं को प्रदान कर रहे हैं, जिसमें उन्होंने कहा की हिंदराइज सोशल वेलफेयर फाउंडेशन भारत में सबसे प्रतिष्ठित कृषि एनजीओ में से एक है तथा आर.बी.आई और नाबार्ड इस प्रकार की संस्थाएं हैं जो अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रमों के माध्यम से देश की कृषि एवं कृषकों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

एग्रीकल्चर क्षेत्र में बच्चों को भविष्य बनाने संबंधी सुझाव

कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. श्रीकांत गुप्ता डायरेक्टर यूटीडीसी ने संगोष्ठी के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एग्रीकल्चर (Culture Sector) के साथ-साथ क्रॉप प्रोडक्शन में मशीनरी को साथ लेकर चलें जिससे किसानों के लिए रॉ फूड मैट्रियल जो भी खेती से प्राप्त होगा, वह लाभदायक होगा। उन्होंने साथ ही साथ एग्रीकल्चर क्षेत्र में बच्चों को भविष्य बनाने संबंधी सुझाव भी दिए। कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेसर राजीव दत्ता, डीन रिसर्च ने भी कार्यक्रम के विषय पर प्रकाश डालते हुए छात्र एवं छात्राओं से कहा कि विद्यार्थी अधिक से अधिक मात्रा में कृषि के क्षेत्र में शोध करें, जिससे भविष्य में खेती के संबंध में होने वाली समस्या से किसानों को राहत मिल सके। साथ ही साथ उन्होंने छात्र एवं छात्राओं को श्वेत क्रांति के संदर्भ से भी अवगत कराया।

संगोष्ठी के आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं दी

कार्यक्रम के अंत में शोभित विश्विद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने संस्था के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं सभी अतिथियों का धन्यवाद प्रकट करते हुए संगोष्ठी के आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं दी और कहा कि इस प्रकार की संगोष्ठी के द्वारा विश्वविद्यालय में अध्यनरत छात्र एवं छात्राओं को अनेक लाभ प्राप्त होते है, जिसके द्वारा वें अपने उद्देश्यों की प्राप्ति करते हैं और एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉ. मोहम्मद वसीम, डॉ. सचिन कुमार, डॉ. विकास पंवार, डॉ. अमित कुमार, दीपक कुमार, अमित कुमार, इंजमाम उल हक, आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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