थायराइड एक गंभीर रोग है, आमतौर पर यह समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। थायराइड के लक्षण शुरुआती दौर पर नहीं पता चलते, इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
थायराइड एक एंडोक्राइन ग्लैंड है, यह तितली के आकार का होता है और गले में स्थित होता है। थायराइड ग्लैंड जो हार्मोन निकलता है वह मेटाबॉलिज्म को संतुलित करता है।
थायराइड के प्रकार- हाइपो थायराइड और हाइपर थायराइड
हाइपो थायराइड– थायराइड ग्लैंड का सक्रिय न होने के कारण t3 और t4 हार्मोन शरीर को जरूरत के मुताबिक नहीं मिल पाते हैं, जिसके वजह से अचानक वजन बढ़ जाना, सुस्ती महसूस होना, चेहरे और आंखों पर सूजन, अनियमित पीरियड जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
ऐसे में आपको आयोडीन युक्त चीजें, दूध, व दूध से बने पदार्थ, सी फूड, चिकन, टमाटर, केला, संतरे, मशरूम का सेवन करना चाहिए ।
हाइपर थायराइड– थायराइड ग्लैंड का जरूरत से ज्यादा सक्रिय हो जाना जिसके कारण t3 और t4 नॉरमल से अधिक मात्रा में निकल कर ब्लड में घूमने लगते हैं। जिसकी वजह से शरीर का वजन कम हो जाना, भूख ज्यादा लगना, ठीक से नींद ना आना, कमजोरी महसूस होना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
ऐसे में हरी सब्जियां, साबुत अनाज, लेमन, ग्रीन और हर्बल टी, जामुन, स्ट्रॉबेरी, गाजर, हरी मिर्च, अखरोट, शहद का सेवन करना चाहिए।