पाइल्स बीमारी को बवासीर के नाम से भी जाना जाता है। बवासीर या पाइल्स होने पर एनस के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। इसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से और बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है। कभी-कभी जोर लगाने पर ये मस्से बाहर की ओर आ जाते है। इसके अलावा कई बार मल त्यागते समय खून निकलने के साथ ही दर्द का सामना भी करना पड़ता है। यह समस्या होने पर मल त्यागते समय और बैठते समय काफी ज्यादा परेशानी होती है।

पाइल्स की बीमारी के कारण

पाइल्स की बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। पाइल्स का मुख्य कारण कब्ज, गैस की समस्या और पाचन संबंधी समस्याएं हो जाती है। कब्ज होने की वजह से कई व्यक्ति को मल त्याग करते समय जोर लगाना पड़ता है और इसकी वजह से पाइल्स की शिकायत हो जाती है। इसके अलावा जिनका काम बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहने का होता है, उन्हें पाइल्स की समस्या हो सकती है। गुदा मैथुन करने से भी पाइल्स की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपके परिवार में किसी को पाइल्स की समस्या है तो भी इस बीमारी के होने का खतरा अधिक रहता है।

पाइल्स की बीमारी के लक्षण

1 – मल त्याग करते वक्त तेज चमकदार रक्त का आना या म्यूकस का आना।
2 – एनस के आसपास सूजन या गांठ सी महसूस होना।
3 – एनस के आसपास खुजली का होना।
4 – मल त्याग करने के बाद भी ऐसा लगते रहना जैसे पेट साफ न हुआ हो।
5 – पाइल्स के मस्सों में सिर्फ खून आता है, दर्द नहीं होता। अगर दर्द है तो इसकी वजह है इंफेक्शन।

इन चीज़ो का न करे सेवन

प्रोसेस्ड फूड जैसे फ्रोजन मीट, फास्ट फूड और डीप फ्राईड फूड में पोषक तत्वों की मात्रा बहुत कम होती है। ऐसे में इन चीजों को डाइजेस्ट होने में अधिक समय लगता है। डीप फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड में नमक और अनहेल्दी फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ये सभी खराब पाचन और कब्ज की समस्या को बढ़ाते है।

मसालेदार चीज़े

मसालेदार चीज़े खाने से पाइल्स बीमारी में हानिकारण साबित होता है। इस तरह का खाना खाने से पाइल्स के मरीजों को मल त्यागते समय असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है। साथ ही आपको ब्लीडिंग भी हो सकती है।

यह भी पढ़े : Pune Metro Inauguration: पीएम मोदी ने पुणे मेट्रो रेल परियोजना का किया उद्घाटन, मेट्रो में बैठे स्कूली छात्रों से की बातचीत

कच्चे फल

पाइल्स की समस्या होने पर फल आपके लिए फायदेमंद साबित होते हैं. लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि पूरी तरह से पके हुए फलों का ही सेवन करें। फल जैसे केला आदि का सेवन करने से कब्ज की समस्या बढ़ती है। जिससे पाइल्स के मरीजों की दिक्कत काफी बढ़ सकती है। ऐसे में अच्छी तरह से पके हुए फलों का सेवन करना चाहिए।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.

अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

Exit mobile version