कोरोना वैक्सीन अभियान को लेकर सरकार जनता से किसी भी तरह की राशि नहीं वसूल रही है लोगों को मुफ्त में टीकाकरण उपलब्ध कराया जा रहा है अगर किसी के पास कोई पहचान पत्र या कोई कार्ड नहीं है तो उसको भी टीकाकरण से वंचित नहीं किया जाएगा।

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने बयान दिया है कि अगर आधार कार्ड अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो उसे भी टीकाकरण करवाया जाएगा उसे भी वैक्सीन का टीका लगेगा। अगर कोई भी कोरोना पॉजिटिव है तो उस मरीज को दवा या अस्पताल में भर्ती करने के मामले को लेकर कोई आधार कार्ड की मांग नहीं की जाएगी सब कुछ उपलब्ध कराया जाएगा, कोई आधार कार्ड की मांग नहीं की जाएगी सारी सुविधा उपलब्ध कराई जाएंगी।

सुविधाओं से नहीं रखा जाएगा दूर:

यूआईडीएआई ने एक बयान में कहा कि किसी भी व्यक्ति के पास आधार कार्ड ना होने की वजह से उसे हम चीजें ना उपलब्ध कराएं तो यह सही नहीं है उसे भी सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी सिर्फ एक आधार कार्ड ना होने की वजह से उसे इलाज से वंचित रखा जाए तो यह एक कारण नहीं बनना चाहिए।

UIDAI का बयान महत्वपूर्ण :

अगर किसी के पास आधार कार्ड ना होने की वजह से ऑनलाइन वेरीफिकेशन सफल नहीं हो पा रहा है तो उसे संबंधित एजेंसी या विभाग को आधार अधिनियम, 2016 में निर्धारित विशिष्ट मानदंडों के अनुसार सेवा प्रदान की जाएगी।

12 अंकों के बायोमेट्रिक आईडी के अभाव में सुविधा और सर्विसेस की डिलीवरी तय करने के लिए एक्सेप्शन हैंडलिंग मैकेनिज्म (ईएचएम) का उपयोग किया जाएगा।

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