अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का संदिग्ध परिस्थितियों में निधन हो गया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बाघंबरी मठ में उनकी मौत हुई है। सूत्रों के मुताबिक उन्होने आत्महत्या की है। वहीं प्रशासन अचानक हुए इस हादसे का पता लगा रहा है। जिसके चलते  प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में सभी को जाने से रोक दिया गया है। इस घटना पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

नरेंद्र गिरी महाराज का संदिग्ध परिस्थितियों में निधन

वहीं महंत नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। करीबी साधुओं के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरी की हत्या हुई है। जिसके लिए किसी ने षडयंत्र रचा है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उनके निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पूज्य नरेंद्र गिरी जी का निधन, अपूरणीय क्षति! ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व उनके अनुयायियों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। भावभीनी श्रद्धांजलि। दूसरी तरफ वहीं, यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

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अचानक हुई मौत पर उठे सवाल

दरअसल नरेंद्र गिरी महाराज पिछले कुछ दिनों से तनाव में चल रहे थे। बीते दिन पहले ही उनकी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात हुई थी। बताया जा रहा है कि अपने शिष्य आनंद गिरी से हुए विवाद के बाद में तनाव में थे। पिछले दिनों उन्होंने आनंद गिरी को मठ से अलग कर दिया था। लेकिन बाद में इस मामले में दोनों के बीच सुलह हो गई थी। इससे पहले हरिद्वार में लगे कुंभ के दौरान 72 वर्षीय महंत नरेंद्र गिरी महाराज कोरोना संक्रमित हो गए थे। जिनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसके बाद ठीक होने के पर महंत नरेंद्र गिरी महाराज अपने आश्रम में रह रहे थे। अचानक हुए उनके निधन ने सबको सदमें में डाल दिया है।

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