Jammu Kashmir Congress: जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के फैसले को एकबार फिर मानने से इनकार कर दिया है। मंगलवार को कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद को प्रदेश कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बनाया था, लेकिन अध्यक्ष बनाए जाने के 2 घंटे बाद ही आजाद ने पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि इस्तीफे की वजह का पता अब तक नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आगमी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अपने संगठन का विस्तार करने में जुटी है। जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी आलाकमान ने कई नियुक्तियां की थीं। ऐसे में गुलाम नबी आजाद को अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को दिल्ली में लंबी मंत्रणा के बाद विकार रसूल को जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस कमेटी का प्रधान नियुक्त करने के साथ कई कमेटियों का भी गठन किया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जो बातें सामने आ रही हैं उसके मुताबिक गुलाम नबी आजाद लंबे समय से कमेटियों के गठन को लेकर नाराज चल रहे थे। उनका कहना था कि कांग्रेस आलाकमान ने कमेटियां समय बड़ी अनदेखी की है। इसके अलावा उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया। बताया जा रहा है कि इन तमाम बातों के मद्देनजर आजाद पहले ही कांग्रेस आलाकमान के सामने अपनी बात रखते हुए कह चुके थे कि वह जम्मू-कश्मीर की कोई जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे। हालांकि पार्टी के लिए वह अनवरत काम करते रहेंगे। इस सबके बीच गुलाम नबी आजाद के द्वारा ये पद ठुकराने के बाद कांग्रेस में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कांग्रेस के द्वारा की गई अन्य नियुक्तियां
बहरहाल, जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को मजबूत करने में जुटी पार्टी आलाकमान एमवाई समीकरण से इतर ए टू जेड समीकरण के अंतर्गत नई नियुक्तियों की है। हिंदू चेहरे के तौर पर रमन भल्ला को कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर में अपना कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो कांग्रेस की नई कमिटी का पलड़ा जम्मू इलाके में अन्य राजनीतिक पार्टी के मुकाबले भारी नजर आता है। जानकारी के मुताबिक, आजाद, वानी और भल्ला तीनों जम्मू क्षेत्र से आते हैं। इसके अलावा बात की जाए तो कांग्रेस ने कश्मीर क्षेत्र से वरिष्ठ नेता तारिक हामिद कर्रा को राजनीतिक मामलों की कमिटी की कमान सौंप कर घाटी में खोई पकड़ को वापस पाने की पहल की है। इसके साथ ही कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज को घोषणापत्र कमिटी का प्रमुख बनाकर विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर वोट बैंक को रिझाने का प्रयास किया है।
यह भी पढ़ें: Indian Railway: भारतीय रेलवे ने आज 105 ट्रेनों को रद्द कर दिया है, यहां चेक करें लिस्ट
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।