कई देशों में कोविड-19 के हालातों को बिगड़ता देख भारत सरकार ने सोमवार को कहा कि ब्रिटेन, ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, जिम्बाब्वे सहित यूरोप के देशों से आने वाले यात्रियों को भारत आगमन पर अनेक उपायों का पालन करने की जरूरत होगी। इन देशों से भारत आने के बाद कोविड-19 टेस्टिंग भी शामिल है। इतना ही नहीं अमेरिका, यूएई, कतर, फ्रांस, जर्मनी समेत 99 देशों से आने वाले उन यात्रियों को क्वारंटाइन मुक्त भारत में प्रवेश करने की अनुमति दी गयी है, जिन्होंने अपना टीकाकरण पूरा करा लिया है।

यह निर्णय ऐसे समय में आया है, जबकि देश ने विदेशी पर्यटकों को गैर चार्टर पर अनुमति दी है। भारत ने टूरिस्ट वीजा निलंबित पिछ्ली मार्च से कर दिया था और 15 अक्टूबर से उन्हें चार्टर पर मंजूरी देकर फिर से शुरू कर दिया था। भारत में प्रस्थान के लिए 72 घंटो के भीतर एक कोविड नकारात्मक रिपोर्ट के अलावा इन 99 देशों के यात्रियों को भी एयर सुविधा पोर्टल पर अपना टीकाकरण प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा 11 नवंबर को जारी दिशानिर्देश के मुताबिक, “ऐसे देश हैं जिनका भारत के साथ राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त या डब्ल्यूएचओ द्वारा मान्यता प्राप्त टीकों के टीकाकरण प्रमाणपत्रों की पारस्परिक मान्यता पर एक समझौता है। इसी तरह ऐसे देश है जिनका वर्तमान में भारत के साथ ऐसा कोई समझौता नहीं है, लेकिन वो भारतीय नागरिकों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त या डब्ल्यूएचओ द्वारा मान्यता प्राप्त टीकों से पूरी तरह से छूट देते हैं। पारस्परिकता के आधार पर, ऐसे सभी देशों के यात्री जो भारतीयों को क्वारंटाइन फ्री प्रवेश प्रदान करते है, उन्हें आगमन पर कुछ छूट दी जाती है।”

वर्तमान में भारत ने कोविड-19 की दृष्टिकोण के अंतर्गत कुछ देशों को जोखिम में रखा है। जिसमें यूके, ब्राज़ील, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, जिम्बाब्वे सहित यूरोप के देश भी शामिल है। इसमें कहा गया है कि “जोखिम वाले देशों को छोड़कर अन्य देशों के यात्रियों को हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति होगी और आगमन के बाद 14 दिनों के लिए वे अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करेंगे। यह उन सभी देशों सहित सभी देशों के यात्रियों पर लागू होता है, जिनके साथ डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित कोविड-19 टीकों की पारस्परिक स्वीकृति के लिए पारस्परिक व्यवस्था भी मौजूद है।”

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