डीएनपी डेस्क. जापान के टोक्यो में आयोजित क्वॉड समिट 2022 में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने शिरकत की. क्वॉड समिट में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम की शुरुआत की, जो समूह के चार सदस्य देशों के अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी पेशेवरों के बीच संबंध स्थापित करने के लिए तैयार किया गया अपनी तरह का पहला छात्रवृत्ति कार्यक्रम है. बताते चलें कि इस फेलोशिप कार्यक्रम के तहत हर साल क्वाड समूह के प्रत्येक देश के 25 छात्रों को प्रायोजित किया जाएगा, जो अमेरिका के विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (स्टेम) विषयों से जुड़े शीर्ष विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए शिक्षा ग्रहण करेंगे.

क्वॉड समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय छात्रों से क्वॉड फेलोशिप के लिए आवेदन करने की अपील की. उन्होंने आगे कहा, “मैं अपने छात्रों को ‘क्वाड’ फेलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन करने और मानवता के बेहतर भविष्य का निर्माण करने वाले STEM नेताओं और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता हूं.”

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम को लेकर जानकारी देते हुए कहा, ‘‘क्वॉड फेलोशिप अपनी तरह का पहला छात्रवृति कार्यक्रम है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित क्षेत्र में भारत ऑस्ट्रेलिया, जापान व अमेरिका की प्रतिभाओं को साथ लाएगा.’’

आपको बता दें कि क्वॉड समिट में वक्ताओं ने विस्तृत जानकारी साक्षा करते हुए कहा कि हर क्वॉड देश से 25 छात्र और कुल 100 छात्रों को ये फेलोशिप प्रदान की जाएगी. साथ ही कहा गया कि इस फेलोशिप के तहत अमेरिका में प्रमुख STEM ग्रेजुएट्स यूनिवर्सिटी में मास्टर्स और डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने के लिए हर साल 100 छात्रों को स्पॉन्सर किया जाएगा. बता दें कि यह पहली बार हुआ है जब क्वॉड समिट में शिक्षा का विषय सामने आया है. इससे पहले क्वॉड समिट में अन्य मुद्दों पर बातें होती रही है. गौरवपूर्ण युग का यह सुनहरा पल है जब क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम के तहत गरीब देशों के 100 छात्रों को छात्रवृत्ति के माध्यम से एक दूसरे के देशों में अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होगा.

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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