Punjab: देश में बढ़ती हुई महंगाई और बेरोजगारी को लेकर जहां एक तरफ कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हो रही है। वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भी सरकार को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के पंजाब के सह प्रभारी और दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा ने बेरोजगारी, महंगाई सहित कई मुद्दे को लेकर संसद में सरकार को घेरा है। इसी बीच उन्होंने किसानों के मुद्दे को छेड़ते हुए संसद में अपनी बात रखी।

अर्थव्यवस्था की बीमारी को बताया किसानों का संकट- सांसद राघव चड्ढा

विधायक राघव चड्ढा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि “भारतीय अर्थव्यवस्था की पांचवी बीमारी किसानों का संकट है। मैं बताना चाहता हूं कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों के बड़े लोन इन लोगों ने माफ कर दिए। लेकिन किसानों का जो कर्जा था वह पिछले 8 सालों में कम होने की वजह 53% बढ़ गया है। जिसके चलते आज एवरेज फार्मर्स रेस्ट या फार्मर डेट्थ पर 74,000 रुपए का कर्जा है। आज देश के हर किसान के सिर पर कर्जा है। अगर किसान अपने कर्ज का भुगतान नहीं करता तो उसके नाम के नोटिस चिपकाकर किसानों की सरकार बदनामी करती है। और बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ किए जाते हैं।”

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2021-22 में 10800 किसानों ने आत्महत्या की- एनसीआरबी की रिपोर्ट

राघव चड्ढा नहीं अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि “आज देश का अन्नदाता, जो हमारा पेट भरता है, जो हमें खाने को देता है वह आज हर खाने को मजबूर हो गया है। NCRB (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 में 10800 किसानों ने आत्महत्या की है। यानी कि इस देश में औसत रोज के 30 किसान आत्महत्या कर रहे हैं। क्या हम इस तरह आजादी का अमृत महोत्सव बना रहे हैं? मैं यहां सभी बैठे लोगों से कहना चाहूंगा कि किसान भोला है, भुलक्कड़ नहीं है। किसान ये नहीं भूला कि उसने एक साल खुले आसमान के नीचे सड़कों पर आंदोलन किया, जिसमें 800 से ज्यादा किसानों की मौत हुई।”

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