पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के यूपीए वाले बयान को लेकर अब बवाल हो गया है। कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता ममता बनर्जी पर हमलावर हो रहे हैं। कांग्रेस नेता ममता पर बीजेपी की बोली बोलने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ममता बनर्जी के बयान का मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि यूपीए…. कांग्रेस के बिना, यूपीए एक आत्मा के बिना एक शरीर होगा। विपक्षी एकता दिखाने का समय है सबको मिलकर एक राह चुननी चाहिए।

ममता बनर्जी ने क्या कहा


ममता बनर्जी ने ये बयान मुंबई में राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ बैठक के बाद दया। उन्होंने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “आप ज्यादातर समय विदेश में नहीं रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज देश में फासीवाद का माहौल है। इसके खिलाफ एक मजबूत विकल्प देने की जरूरत है। इसे कोई अकेला नहीं कर सकता। जो मजबूत हैं उन्हें साथ लिया जाना चाहिए। यूपीए पर सवाल करते हुए ममता से पूछा गया कि क्या पवार यूपीए का नेतृत्व करेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए ममता ने कहा कि क्या यूपीए? अब यूपीए नहीं है। हम इस पर एक साथ फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि अब यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता कि यूपीए का नेता कौन होगा?  

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 नेता अधीर रंजन चौधरी ने कसा तंज


लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी सुप्रीमो पर अपनी टिप्पणियों को लेकर तंज कसा। उन्होंने इस बयान को पागलपन करार दिया। उन्होंने कहा कि क्या ममता बनर्जी को नहीं पता कि यूपीए क्या है? मुझे लगता है कि उसने पागलपन शुरू कर दिया है….”वह सोचती है कि पूरे भारत ने ‘ममता, ममता’ का जाप करना शुरू कर दिया है लेकिन भारत का मतलब बंगाल नहीं है और अकेले बंगाल का मतलब भारत नहीं है।  चौधरी ने कहा, यूपीए सरकार में ममता बनर्जी की पार्टी के 6 मंत्री थे. ममता बनर्जी ने कुछ कारण बताकर 2012 में समर्थन वापस ले लिया. वे उस वक्त यूपीए सरकार को तोड़ना चाहती थीं।

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