कांग्रेस की सर्वोच्च संस्था कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की आज 16 अक्टूबर को नई दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय में बैठक जारी है। बैठक में लखीमपुर हिंसा, चुनाव और हाल के दिनों में दलबदल सहित वर्तमान राजनीतिक स्थिति की चर्चा किये जाने की संभावना है। बैठक सोनिया गांधी की अध्यक्षता में चल रही है। मीटिंग में राहुल गांधी सहित कई बड़े नेता मौजूद हैं। मीटिंग की शुरुआत करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा संगठन कांग्रेस को पुनर्जीवित करना चाहता है। लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है। इन सबसे ऊपर, इसे आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की जरूरत है।
मोदी सरकार पर साधा निशाना
सोनिया गांधी ने बैठक में मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पेट्रोल से लेकर घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। मोदी सरकार का एक ही एजेंडा है बेचो…बेचो…और बेचो..। मौजूदा सरकार सरकारी संपत्तियों को संभाल नहीं पा रही हैं। घाटे में जाने से सरकार संपत्तियों की नीलामी कर रही है। इसके अलावा सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अपने भाषण के दौरान कहा कि अगर आप सभी मुझे ऐसा कहने की अनुमति देंगे तो मैं खुद को फुल टाइम पार्टी अध्यक्ष के तौर पर रखूंगी. हमने कभी भी सार्वजनिक महत्व और चिंता के मुद्दों को बिना सोचे-समझे नहीं जाने दिया, लेकिन मीडिया के माध्यम से मुझसे बात करने की कोई जरूरत नहीं है। कहा जा रहा है कि सोनिया का ये बयान उन नेताओं के लिए है जो कांग्रेस के अंदरुनी कलह को मीडिया का सहारा लेते हुए सामने लाते हैं।
कपिल सिब्बल ने साधा था सोनिया पर निशाना
हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेता कपिल सिब्बल ने मीडिया के जरिए कहा था कि कांग्रेस पार्टी के फैसले कौन लेता है। ये बात मुझे समझ नहीं आती। सोनिया ने कहा कि पार्टी ने 30 जून तक एक नियमित कांग्रेस प्रमुख के चुनाव के लिए एक रोडमैप को अंतिम रूप दिया था, लेकिन कोविड -19 की दूसरी लहर को देखते हुए समय सीमा को अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया था। सोनिया ने कहा कि हमारे सामने कई चुनौतियां हैं लेकिन अगर हम एक हैं।
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