डीएनपी डेस्क: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बिसात बिछ चुकी है. सभी राजनीतिक पार्टियों के द्वारा विधानसभाओं में प्रत्याशी तय किए जा रहे हैं. पार्टियों के द्वारा प्रदेश के सभी 403 सीटों पर प्रचार-प्रसार तेज किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश की राजनीति में पार्टियों के बीच शह-मात का खेल शुरु हो गया है. इस सबके बीच बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल समाजवादी पार्टी के आलाकमान ने गैर यादव ओबीसी वोटरों को अपने पाले में करने के लिए एक नया फॉर्म्युला तैयार किया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि गैर यादव ओबीसी वोटरों को सपा गठबंधन से जोड़ने के लिए पार्टी के द्वारा नई ‘सोशल इंजिनियरिंग’ तैयार की गई है. बताया जा रहा है कि इसका मकसद पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की परंपरागत रही गैर यादव ओबीसी वोटरों में सपा का सेंध लगाना है. बहरहाल देखना दिलचस्प होगा किया शह-मात के खेल में आखिर में मैदान कौन मारता है.

गौरतलब है कि इस विधानसभा चुनाव से पहले तक समाजवादी पार्टी एमवाई फैक्टर पर काम करती रही है. इसके कई प्रमाण उत्तर प्रदेश की राजनीतिक इतिहास में दर्ज है. हालांकि इस समीकरण के तर्ज पर उत्तर प्रदेश की राजनीति में सपा का लंबे वक्त तक बोलबाला रहा है. समय के साथ बदली परिस्थिति में सपा ने अब इसे नए तौर पर लॉन्च किया है. एमवाई फैक्टर से इतर अखिलेश ने गैर यादव ओबीसी उम्मीदवारों को बड़ी संख्या में टिकट देकर अपने ओबीसी वोटबैंक का दायरा और बड़ा करने की कोशिश की है.

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सपा की दूसरी लिस्ट की बात की जाए तो इसमें 159 प्रत्याशियों की लिस्ट में 64 ओबीसी उम्मीदवारों के नाम शामिल है, जिसे सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है. दिलचस्प बात यह है कि इस लिस्ट में खास करके यादव वोटरों का विशेष ध्यान रखा गया है. इनमें 15 ऐसे उम्मीदवार हैं, जो यादव जाति से आते हैं. दूसरी ओर सपा ने गैर यादव ओबीसी वोटरों को साधने की पूरी कोशिश की है. सपा ने इसके मद्देनजर 49 ऐसे प्रत्याशी मैदान में अब तक उतारे हैं, जो गैर यादव ओबीसी वर्ग का नेतृत्व करते हैं. उत्तर प्रदेश की ओबीसी आबादी में यादवों के बाद सबसे ज्यादा कुर्मियों की आबादी मानी जाती रही है. जानकारी के मुताबिक यह तकरीबन 8 प्रतिशत के आस-पास हैं. बहरहाल सपा के द्वारा उम्मीदवारों की जो लिस्ट साक्षा की गई है, उसके मुताबिक अखिलेश ने यादवों के बाद सबसे ज्यादा ओबीसी टिकट कुर्मियों को ही दिया है. इनकी संख्या 12 है. इसके अलावा सपा ने पांच मौर्य, चार गड़रिया और एक लोधी को टिकट दिया है.

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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