UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद के पूर्व पुलिस अधीक्षक पवन कुमार का निलंबन रद्द कर दिया है। कानपुर देहात के बिकरू गांव के गैंगस्टर विकास दुबे के साथ संबंध रखने के आरोप में एसआईटी द्वारा कुछ आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की सिफारिश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर के पूर्व पुलिस अधीक्षक अनंत देव तिवारी को निलंबित कर दिया था। लेकिन अब इनके निलंबन को रद्द कर दिया गया है।

मुठभेड़ में मारे गए थे 8 पुलिसकर्मी

बता दें कि साल 2020 को कानपुर में विकास दुबे और उसके गुर्गे द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे जब पुलिस की एक टीम ने उसे कानपुर में उसके गांव बिकरू गिरफ्तार करने गई थी तब विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में मारे गए डीएसपी देवेंद्र मिश्रा का एक पत्र भी सामने आया था, जिसमें गैंगस्टर विकास दुबे के साथ संबंधों के लिए चौबेपुर पुलिस स्टेशन के स्टेशन ऑफिसर विनय तिवारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई थी। इसके बाद विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया था। लेकिन कथित तौर पर दुबे के घर पर पुलिस छापे के बारे में जानकारी देने के लिए 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी।

Also Read- Big Dussehra Sale 2022: Flipkart दे रहा Electronic प्रोडक्ट पर 80% तक की भारी छूट, जानें डिटेल्स

विभिन्न मामलों में पाया था दोषी

कथित भ्रष्टाचार कर्तव्य में लापरवाही और अपराध को नियंत्रित करने में विफलता के लिए पवन कुमार का अप्रैल में लंबित करने का आदेश दिया गया था। इस पर अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय की अध्यक्षता वाली तीन सदस्य एसआईटी द्वारा सरकार को 3000 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी जाने के बाद 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी देव को नवंबर 2020 में निलंबित कर दिया था, आरोप लगाया गया कि एसआईटी में देव को विभिन्न मामलों में दोषी पाया था। अब वो प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने देव और पवन कुमार को बहाल किए जाने की पुष्टि की है।

Also Read- Bigg Boss 16: अर्चना ने Bigg Boss की कप्तान को दिखाए दिन में ही तारे, माथे पर लगाया ‘बेकार’ का लेबल

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version