दुनियाभर से लेकर देश में आज भी कोरोनो कहर जारी है। सभा देश आज भी कोरोना के कारण परेशान हैं और इस वायरस की वैक्सीन बनाने में जी जान से कोशिश कर रहे हैं। अब तक दुनिया में कोरोना से 8 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ये संक्रमण इतनी तेजी से पूरी दुनिया में फैला कि आज हर देश इसकी चपेट में है। हालांकि कुछ देश ऐसे हैं जिन्होंने इस वायरस पर धीरे-धीरे काबू पा लिया है। लेकिन इस वायरस का असर अभी भी बाकी है। इस वक्त पूरी दुनिया में इस वायरस की वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। कुछ परीक्षण में फेल हो गई हैं तो कुछ सफलता के काफी करीब पहुंच गई हैं। आज हम आपको उन पांच वैक्सीन को बारे में बताने जा रहे हैं जो इस दौड़ में सबसे आगे हैं।

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी

कोरोना की वैक्सीन बनाने में इस वक्त ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई हुई ChAdOx1 nCoV-19 सबसे आगे हैं। इस वैक्सीन के लिए ऑक्सफोर्ड ने एक्ट्राजेनेका से पार्टनशिप की है और इसको भारत में बनाने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट के साथ पार्टनशिप की है। ये वैक्सीन अपने आखिरी परीक्षण में हैं।  ये वैक्सीन दिसंबर तक मार्केट में आ जाएगी और इसकी कीमत 4 डॉलर यानी 297 रूपये होगी।

ड्रग कंपनी मॉडर्ना

अमेरिका की वैक्सीन mRNA-1273 का भी तीसरा चरण चल रहा है जिसे ड्रग कंपनी मॉडर्ना ने बनाया है। ये वैक्सीन भी अपने अंतिम चरण में हैं। इस वैक्सीन में 30 हजार लोग शामिल है। इस कंपनी का दावा है कि ये सितंबर तक अपने आखिरी ट्रायल को पूरा कर लेगी। कंपनी का कहना है कि दिसंबर तक वैक्सीन मार्केट में आ जाएगी, और इसकी कीमत 1800 से 2300 रूपये तक होगी।

फार्मा कंपनी सिनोफार्म

वहीं इस दौड़ में ये वायरस फैलाने वाले देश चीन ने भी दावा किया है कि वो साल के अंत तक इस वायरस की वैक्सीन तैयार कर लेगा। चीन की कंपनी फार्मा सिनोफार्म का कहा कहना है कि साल के अंत तक वैक्सीन बन जाएगी और साल के अंत तक ही . बाजार में उपलब्ध कराई जा सकती है। वहां बात करें इसकी कीमत की तो ये 1000 युआन यानी करीब 10,700 तक मिल सकेगी।

चीनी कंपनी कैन्सिनो बायोलॉजिक्स इंक

चीनी कंपनी कैन्सिनो बायोलॉजिक्स इंक का कहना है कि उसने वैक्सीन Ad5-nCoV की पेटेंट खोज लिया है। इस वैक्सीन को बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के साथ मिलकर बनाया गया है। चीन ने इस वैक्सीन को इस्तेमाल करने की भी इजाज़त दे दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हम इस पर इतना ज्यादा काम कर रहे हैं कि हमारी कोशिश है कि साल के अंत तक इस वैक्सीन को बाजार में उतार सके। वहीं इस वैक्सीन की कीमत को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है।

वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’

वहीं रूस ने तो अगस्त 2020 में ही वैक्सीन ‘स्पूतनिक-वी’ को लॉन्च करने का दावा कर दिया था। इसकी जानकारी खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दी थी। उन्होंने इस वैक्सीन को सुरक्षित और असरदार बताया था। इस वैक्सीन का अभी अंतिम परीक्षण नहीं हुई है। इस वैक्सीन को गमलेया इंस्टीट्यूट ने बनाया है और इसका ट्रायल 40 हजार स्वयंसेवकों पर ति. जाएगा उसके बाद इस वैक्सीन को बाजार में उतारा जाएगा। वैक्सीन की कीमत को लेकर फिलहाल कुछ नहीं कहा गया है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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