मध्य प्रदेश में एक बार फिर से चुनावी रणभेरी बज चुकी है. राज्य की 28 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. ऐसे में कई प्रत्याशी इन सीटों पर अपनी किस्मत आजमाएंगे, लेकिन सबकी निगाहें एक ऐसी सीट पर टिकी है, जहां से एक किन्नर चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। दरसल मध्य प्रदेश के उपचुनाव में 29 वर्षीय किन्नर नेहा एक बार फिर मुरैना जिले की अंबाह विधानसभा सीट से मैदान में हैं। हालांकि वो निर्दलिय प्रत्याशी के रुप में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। मुरैना जिले की अंबाह विधानसभा सीट इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित और नेहा किन्नर इसी सीट से मैदान में हैं। उन्होने नामांकन भी करा लिया है।
बताया जा रहा है कि नेहा इस सीट से कांग्रेस, बसपा और भाजपा को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। बेड़िया समाज से आने वाली नेहा को अपनी जाती के वोटर्स से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। वो इलाकें में भी बहुत मशहुर हैं। पिछले चुनाव में नेहा अंबाह विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रही थीं। उनको उस चुनाव में 7547 मतों से हार मिली थी।
नेहा किन्नर के अनुसार वो समाज को सशक्त और भेदभाव से मुक्त बनाना चाहती हैं। उन्होने कहा कि, ‘मैं गरीबों को सशक्त बनाना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गईं सभी योजनाओं का लाभ उनको मिले। जनता को सुविधाएं उपलब्ध कराना मेरी पहली प्राथमिकता होगी, मुरैना जिले में कमजोर और गरीबों का शोषण होता है। मैं चुनाव जीतने के बाद अंबाह में इसे खत्म करना चाहती हूं।