पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी कमल खिलाने को बेताब है। यही वजह है कि बीजेपी के दिग्गज नेता लगातार, ममता बनर्जी के गढ में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। केन्द्रीय गृहमंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दो दिन के बंगाल दौरे पर हैं। जहां अमित शाह के निशाने पर राज्य की ममता सरकार है। अमित शाह ये भरोसा दे रहे हैं कि अगर बीजेपी को राज्य की जनता, सेवा करने का मौका देती है तो बीजेपी, शोनार बांग्ला बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। बंगाल में अमित शाह पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ना सिर्फ चुनावी रणनीति तैयार कर रहे हैं, बल्कि अमित शाह के निशाने पर राज्य की ममता सरकार है।अमित शाह ने साफ कहा कि ममता सरकार का अंत समय नजदीक आ चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर बीजेपी को बंगाल की जनता मौका देती है, तो आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शोनार बांग्ला की रचना करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

केंद्र की योजनाओं के सहारे ममता पर वार

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता सरकार को लेकर पश्चिम बंगाल की जनता में बेहद गुस्सा है। ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि ममता सरकार जानबूझकर, केन्द्र की योजनाओं को रोक रही है, ना तो किसानों को सम्मान निधि का लाभ दिया जा रहा है और ना ही आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख का बीमा लोगों को मिल पा रहा है। इसके साथ ही अमित शाह ने आरोप लगाया कि भारत सरकार की करीब 80 से ज्यादा योजनाओं को ममता सरकार ने रोककर रखा है। जिससे यहां कि गरीब, दलित और आदिवासी जनता को फायदा नहीं मिल पा रहा।

कौन करेगा बंगाल फतेह ?

कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल की सियासत में एक बार फिर, उबाल देखने को मिल रहा है। बीजेपी, ममता के गढ़ में उन्हें घेरने की तैयारी कर रही है। लेकिन वही ममता हैं, जिन्होंने 2011 के विधानसभा चुनाव में पिछले तीन-दशकों से सत्ता पर काबिज, लेफ्ट का सफाया कर दिया था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 42 सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्जकर बीजेपी ने सभी को चौंका दिया था। यही वजह है कि निर्विवाद रूप से पश्चिम बगाल में दूसरे नंबर की पार्टी बनने पाली बीजेपी की नजर, सूबे की सबसे बड़ी पार्टी बनने पर है।

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