दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनियों में से एक फेसबुक और डाटा लीक का रिश्ता काफी पुराना है और दिनों-दिनों यह और बढ़ता जा रहा है। एक तरफ फेसबुक पिछले 14 सालों से डाटा लीक को लेकर माफी मांग रहा है। दूसरी तरफ वह अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है। यूजर्स की जासूसी करने के आरोप में फेसबुक एक बार फिर विवादों में घिर गया है। पहले फेसबुक यूजर्स का डाटा थर्ड पार्टी एजेंसी के जरिए लीक होता था लेकिन अब कंपनी खुद यूजर्स की जासूसी करने लगी है और वह भी बिना इजाजत के।

सर्वर डाउन…इंस्टाग्राम यूजर्स से जासूसी !

बीती रात गुरुवार को सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक का सर्वर अचानक डाउन हो गया। फेसबुक और इंस्टाग्राम का सर्वर कुछ घंटों के लिए दुनियाभर में डाउन होने से यूजर्स ट्वीटर पर नाराजगी जताई। सर्वर डाउन होने से यूजर्स अपना सोशल मीडिया अकाउंट्स लॉग इन नहीं कर पा रहे थे। इस बीच, फेसबुक के ऊपर इंस्टाग्राम यूजर्स की कथित रूप से जासूसी करने की बात सामने आई है। फेसबुक पर ऐसा आरोप है कि इसके लिए उसने फोन कैमरे का इस्तेमाल किया है। आईफोन यूजर्स जब फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम पर एक्टिव नहीं थे तब भी उनके फोन के कैमरा का एक्सेस होता दिखाई दिया। हालांकि, फेसबुक ने इस आरोप से यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया है कि यह एक बग के कारण हुआ है। दरअसल, भारत और दुनिया के अन्य देशों में यूजर्स एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म्स पर इंस्टाग्राम और फेसबुक नहीं चला पा रहे थे। दोनों प्लेटफॉर्म्स पर यह तकनीकी समस्या रात 11 बजे के बाद आयी। यूरोप और उत्तरी अमेरिका में भी इनके यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में यह समस्या ठीक हो गई। इसे सुलझाने में करीब एक घंटे का समय लगा।

फेसबुक के खिलाफ मुकदमा दर्ज

गुरुवार को अमेरिकी के शहर सैन फ्रांसिस्को की फेडरल कोर्ट में दायर याचिका में न्यू जर्सी की इंस्टाग्राम यूजर ब्रिटनी कॉन्डिटी ने फेसबुक पर इंस्टाग्राम ऐप के जरिए कैमरा का उपयोग कर निजी डेटा चुराने का आरोप लगाया है। आपको जानकारी होगी कि, जब भी हम किसी ऐप को फोन में इंस्टॉल करते हैं तब ऐप ओपन होने से पहले कुछ परमिशन मांगता है, जिसमें कॉन्टैक्ट, मीडिया, लोकेशन, कैमरा आदि शामिल होते हैं। जब हम इन सभी को अनुमति देते हैं तब ऐप को डेटा एक्सेस करने के राइट्स मिल जाते हैं। ऐसे में जब भी हमारे फोन का डेटा ऑन रहता है तब ये ऐप चोरी से आपके डेटा पर नजर रखना शुरू कर देते हैं। मुकदमा करने वाले इंस्टाग्राम यूजर का आरोप है कि कंपनी जानबूझकर कैमरा इस्तेमाल करती थी और इसकी वजह अपने यूजर्स का आकर्षक और कीमती डाटा इकट्ठा करना होता है। याद दिला दें कि फेसबुक इन दिनों भारत में भी भाजपा के प्रति झुकाव के चलते विवादों में है। दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में सामने आया था कि कंपनी की भारत में शीर्ष सार्वजनिक नीति अधिकारी अंखी दास ने भाजपा नेताओं की नफरत भरी पोस्ट पर कार्रवाई की प्रक्रिया में दखल दिया था। इसके बाद से कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल फेसबुक पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगा रहे हैं।

विवादों से पुराना नाता

इसी साल अगस्त महीने में अमेरिका में फेसबुक पर एक मुकदमा दायर किया गया जिसमें फेसबुक की सब कंपनी इंस्टाग्राम द्वारा यूजर्स की इजाजत के बिना उनका बायोमेट्रिक डेटा कलेक्ट करने का आरोप लगाया गया। दायर किए गए मुकदमे में इंस्टाग्राम पर आरोप था कि कंपनी ऑटोमैटिकली लोगों के चेहरे को स्कैन करती है। कुछ महीने पहले ही NSO ग्रुप पर मुकदमा किया था, जिसमें कंपनी को ऐसा लगता था कि NSO ग्रुप ने वॉट्सऐप स्पाई करने के लिए पेगासस स्पाईवेयर सरकार को दिए गए हैं और सरकार इसके जरिए चुनिंदा यूजर्स की स्पाई कर रही है। यूजर का डेटा सुरक्षित नहीं रख पाने के चलते ब्रिटेन के डेटा नियामक ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर इसी साल पांच लाख पाउंड यानी करीब चार करोड़ 55 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। जांच में इस बात का पता चला कि साल 2016 के यूरोपीय यूनियन के जनमत संग्रह के दौरान फेसबुक में मौजूद यूजर के डेटा का दोनों तरफ से दुरुपयोग किया गया था।

खुद को ऐसे बचाएं…

स्मार्टफोन के डेटा चोरी होने से बचाने के लिए किसी भी ऐप्स को सिर्फ वही परमिशन दें जो उसके लिए जरूरी है। साथ ही जब भी हम किसी ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तब उसे बंद करने की बजाए मिनीमाइज कर देते हैं। दरअसल, जब हम फोन के होम की को प्रेस करते हैं तब ऐप मिनीमाइज होकर बैकग्राउंड में चलते रहते हैं। ऐसी स्थिति में वे आपके डेटा पर नजर रख सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि ऐप को बंद कर दिया जाए और  यदि आप बार-बार इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते तब फोन का डेटा बंद रख सकते हैं। खासकर रात के वक्त फोन का डेटा बंद कर देना चाहिए। डेटा बंद रहने से फोन का डेटा चोरी होने के चांस पूरी तरह खत्म हो जाते हैं।

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