रूस यूक्रेन युद्ध के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें काफी बढ़ गई है। जो वाइडन की सरकार ने देश के पेट्रोलिंग रिजर्व से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल रिलीज करने की बात कही। सरकार ने अमेरिका के रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व से प्रतिदिन 10 लाख बैरल कच्चा तेल रिलीज करने का मन बनाया है। ‌ व्हाइट हाउस इस पर अंतिम निर्णय आज गुरुवार को ले सकता है। इससे उम्मीद की जा रही है कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगेगी।

महंगाई से निपटना एक बड़ी चुनौती

रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका और उसके साथ ही देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए। जिससे असर हुआ कि दुनिया भर में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ने लगी। पहले कोरोनावायरस उसके बाद पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने अमेरिका में महंगाई को 40 साल के उच्च स्तर पर पहुंचा दिया है। राष्ट्रपति बाईडेन की सरकार के सामने इस महंगाई से निपटना एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।

अमेरिकी सरकार ने जारी की योजना

कल बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 105 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रही। जबकि साल भर पहले यह कीमत करीब 60 डॉलर प्रति बैरल थी। गैसोलीन की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए अमेरिकी सरकार ने अपनी योजना जारी कर दी है। रणनीतिक भंडार से रोजाना दस लाख बैरल कच्चा तेल जारी करने की योजना कब तक चलेगी इस को लेकर अभी कोई स्थिति नहीं बताई गई है। लेकिन इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों का कहना है कि यह कई महीनों तक जारी रह सकती है।

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पेट्रोल के दामों में वृद्धि

भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। आज गुरुवार को इनके दामों में 84 पैसे की बढ़ोतरी हुई। इस समय राजधानी दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 93.07 रुपए प्रति लीटर है। जबकि मुंबई में पेट्रोल की कीमत 116.72 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। इसके अलावा डीजल 100.94 रुपए लीटर हो गया है।

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