प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नेपाल दौरे पर हैं। लुंबनी पहुंचने पर प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने उनका जोरदार स्वागत किया। मोदी लुंबिनी से सबसे पहले महामाया देवी मंदिर गए। माया देवी मंदिर में उन्होंने पूजा की।उन्होंने भगवान बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी का दौरा किया। इस दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी भी पीएम के साथ मौजूद रहीं।बता दें की दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी समपन्न भी हो चुकी है, इस वर्ता में छह समझतौते पर हस्ताक्षर हुए।

बता दें कि पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान भगवान बुद्ध पर बात की उन्होंने कहा वैशाख पूर्णिमा के दिन लुंबिनी में सिद्धार्थ के रूप में बुद्ध का जन्म हुआ इसी दिन बोधगया में वो बोध प्राप्त करके भगवान बुद्ध बने और इसी दिन कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण हुआ। एक ही तिथि एक ही तिथि एक ही वैशाख पूर्णिमा पर भगवान बुद्ध की जीवन यात्रा के ये पड़ाव केवल संयोग मात्रा नहीं था। इसमें बुद्धत्व का वो दार्शनिक संदेश भी है जिसमें जीवन ज्ञान और निर्वाण तीनों एक साथ है।

पीएम ने कहा की नेपाल में लुंबिनी म्यूजियम का निर्माण भी दोनों देशों के साझा सहयोग का उदाहरण है आज हमने लुंबिनी बौदाध युनिवर्सिटी में डॉ अम्बेडकर चेयर ऑफ बुद्धिस्ट स्टडीज स्थापित करने का भी नर्णय लिया।पीएम ने कहा जिस स्थान पर मेरा जन्म हुआ गुजरात का बडनगर वो सदियों पहले बौद्ध शिक्षा का बहुत बड़ा केंद्र था। आज भी वहां प्राचीन अवशेष निकल रहे हैं जिनके संरक्षण का काम जारी है।

बुद्ध जयंती के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि नेपाल ने ये मुझे ऐतिहासिक आशीर्वाद दिया है। मैंने जनकपुर में कहा था कि नेपाल के बिना भगवान राम भी अधूरे हैं। भगवान राम का मंदिर निर्माण कर रहे हैं। इससे नेपाल वासी भी खुश है। बुद्ध अपने आप में संपूर्ण है जिसका दायरा पूरे विश्व में फैला हुआ है। भगवान बुद्ध ने हमें त्याग और समर्पण की सीख दी। उनसे हम समझ सकते हैं कि हमें क्या मूल्य सीखने चाहिए और क्या दूसरे को देने चाहिए।भारत और नेपाल दोनों लुंबिनी को पर्यटक केंद्र के तौर पर विकसित कर रहे हैं। हम लोगों ने के निकट एक इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट तैयार कर रहे हैं दोनों देशों के साथ काम करने की असीम संभावनाएं हैं।

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