South Asian Heritage Month: दक्षिण एशियाई विरासत माह दक्षिण एशियाई इतिहास और संस्कृति को मनाने उन्हें चिन्हित करने, मनाने के साथ-साथ ब्रिटेन और दक्षिण को जोड़ने वाली विविध विरासत को बेहतर ढंग से समझने के लिए मौजूद है। दक्षिण एशियाई विश्व विरासत माह दक्षिण एशिया की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समझने के लिए 18 जुलाई से 17 अगस्त तक प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। 8 देशों से मिलकर दक्षिण एशिया अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका से बना है।

दक्षिणी एशियाई पहचान

दक्षिण एशियाई विरासत महाकाल अक्षय दक्षिण एशियाई लोगों को अपनी विरासत और स्वयं की भावना को फिर से हासिल करने में मदद करना है। आधुनिक जीवन के लगभग हर पहलुओं में दक्षिण एशिया के प्रभावों को देखना संभव है। भोजन और कपड़े से लेकर मनोरंजन और यहां तक कि शब्दावली तक भी देखी जाती हैं। दक्षिण एशियाई पहचान के रंग, जिस और ध्वनियां कई कस्बों और शहरों के साथ-साथ देश की सड़कों पर लाजमी हैं। जिससे आंखों और कानों के लिए एक दृश्य बनाया जाता है।

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स्मरणोत्सव के रूप में मनाया जाता विरासत माह

इसमें हर किसी को अपनी कहानियों को साझा करने का अधिकार हैं। दक्षिण एशियाई विरासत इन पहलुओं को बेहतर बनाने का प्रयास करता है कि लोग दक्षिण एशियाई संस्कृति और पहचान, शिक्षा, जागरूकता और भागीदारी के साथ कैसे जोड़ते हैं। कला संस्कृति और विरासत पूरे महीने के साथ-साथ ऐतिहासिक घटनाओं और वर्षगांठ के स्मरणोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

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अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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