कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा असर पड़ा है। कई लोगों के सामने रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इस बीच बीते कुछ दिनों में कई बैंकों ने कुछ अहम बदलाव किए हैं। सरकारी में बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई, कोटक महिंद्रा के नए फैसले लिए हैं। जो आपको जानने बेहद जरुरी हैं। क्योंकि इनका सीधा असर आप पर पढ़ने वाला है। आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

Bank of Baroda….रिस्‍क प्रीमियम में बढ़ोतरी

बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने नए ग्राहकों के लिए कर्ज पर रिस्‍क प्रीमियम में बढ़ोतरी कर दी है। सरल भाषा में समझें तो अब बैंक ऑफ बड़ौदा से कर्ज लेना महंगा पड़ेगा। यही नहीं, बैंक ने अपनी कर्ज देने की पॉलिसी भी सख्‍त कर दी है। इसके साथ ही बैंक ने कर्ज देने की शर्तों में अच्‍छे क्रेडिट स्‍कोर को भी शामिल कर दिया है। नई पॉलिसी के मुताबिक, बैंक कम क्रेडिट स्‍कोर वाले ग्राहकों से ज्‍यादा रिस्‍क प्रीमियम वसूल करेगा। बता दें कि, बैंक बड़ौदा रेपो लिंक्‍ड लेंडिंग रेट के नाम से कम ब्‍याज दरों पर होम लोन उपलब्‍ध कराता था। इसके तहत बैंक सिबिल स्‍कोर 726 या ज्‍यादा वाले ग्राहकों को सबसे कम दर पर होम लोन देता था। लेकिन जुलाई 2020 में बैंक का बीआरएलएलआर 6.85 फीसदी था जिसके बाद अगस्‍त 2020 से बैंक ने इस दर पर होम लोन के लिए सिबिल स्‍कोर 775 या ज्‍यादा होना अनिवार्य कर दिया।

ICICI…किसानों के लिए अनोखी पहल

प्राइवेट सेक्टर के आईसीआईसीआई बैंक ने किसानों को कर्ज देने के लिए एक अनोखी पहल की है बैंक अब सैटेलाइट डेटा की मदद से किसानों को कर्ज देने के फैसले लेगा। ICICI बैंक ने कहा है कि, वह सैटेलाइट डेटा की मदद से किसानों की ऋण पात्रता के आकलन करेने के बाद उन्हें लोन देगा। भारत में इस तरह की पहल करने वाला ICICI बैंक पहला बैंक है। वैश्विक स्तर पर भी कुछ ही बैंक किसानों को लोन देने के फैसले लेने के लिए इस तरह की सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं। बैंक ने बयान में कहा कि किसानों की ऋण पात्रता का आकलन करने के लिए बैंक अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट्स की मदद से सैटेलाइट डेटा इमेजरी का इस्तेमाल करेगा। इस डेटा से भूमि, सिंचाई, फसल पद्धति से जुड़े पैरामीटर्स का आकलन किया जा सकेगा। साथ ही किसानों को लोन देने के फैसले जल्द करने के लिए डेमोग्राफिक व फाइनेंशियल पैरामीटर्स के कॉम्बिनेशन में इस्तेमाल किया जा सकेगा।

कोटक महिंद्रा बैंक…ATM से ‘कार्डलैस कैश विड्रॉल

कोटक महिंद्रा बैंक ने एटीएम से पैसे निकालने के नियमों में बदलाव किया है। स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के बाद अब कोटक महिंद्रा बैंक के एटीएम से पैसे निकालने के लिए भी डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं होगी। SBI ने जब यह नियम लागू किया था तो बताया था कि, उसने कोरोना वायरस से ग्राहकों को बचाने के लिए ये सुविधा शुरू की थी। इसी तरह कोटक महिंद्रा बैंक ने भी यह नियम लागू कर दिया है। कोटक महिंद्रा बैंक ने कार्डलेस नकदी निकालने की सुविधा के साथ ही अपने ग्राहकों के लिए कुछ और सुविधाएं भी शुरू की हैं। इसके तहत ग्राहक बैंक की इंस्‍टैंट मनी ट्रांसफर सुविधा के जरिये देश में कहीं भी किसी को भी पैसे भेज सकते हैं।

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