लग्जरी ट्रेनों का नाम आते ही हमारे ध्यान में सबसे पहले दुरंतो, शताब्दी और राजधानी ट्रेनों के नाम सामने आते हैं। लेकिन आपको किसी ऐसे भारतीय ट्रेन के बारे में पता है जिसकी सुविधाएं फाइव स्टार होटल जैसी हैं और किराया लाखों में है। हम बात कर रहे हैं शाही ठाठ बाट के लिए मशहूर भारत की गोल्डेन चैरिएट ट्रेन के बारे में। यह ट्रेन इतनी भव्य है कि देखते ही नजरें ठहर जाती हैं। गोल्डेन चैरिएट ट्रेन की शुरुआत कर्नाटक स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (KSTDS) ने की है।

बता दें कि 21 डिब्बों वाली इस ट्रेन में 19 कोच और दो रेस्टोरेंट कोच मौजूद हैं। इसकी शुरुआत साल 2008 में हुई थी। इस लग्जरी ट्रेन का नाम गोल्डेन चैरिएट रखा गया है, जिसका मतलब है स्वर्ण रथ। इस ट्रेन में 11 सलून हैं जिसमें 44 एयर कंडीशंड केबिन हैं। इसमें 26 ट्वीन बेड केबिन, 17 डबल बेड केबिन और एक फिजिकली चैलेंज्ड कैबिन है। यह ट्रेन 7 रात और 8 दिन का टूर पैकेज देती है। इस यात्रा में यात्रियों को बेंगलुरु, मैसूर, हम्पी, वेल्लूर, काबिनी, बदामी, गोवा के भव्य नजारों का दीदार करने का मौका मिलता है।

वहीं प्रत्येक केबिन में छोटी अलमारी, वैनिटी डेस्क, एलसीडी टीवी, इलेक्ट्रिक सॉकेट की सुविधा है। इसके अलावा यात्रियों को प्राइवेट वॉशरूम में 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। इस ट्रेन में पारंपरिक और आयुर्वेदिक मसाज रूम भी हैं, जिसमें यात्रि दिन की थकान और तनाव से निजात पा सकते हैं। पहले इस ट्रेन का नाम स्टोन चैरिएट ऑफ हम्पी था।

इतना ही नहीं बाद में इसे गोल्डेन चैरिएट कर दिया गया। ट्रेन के अंदर सैलून के अंदरूनी हिस्सों की नक्काशी में 12 वीं शताब्दी के होसल्या मंदिर की वास्तुकला की झलक दिखती है। गोल्डन चैरिएट ट्रेन के सारे केबिन एयर कंडीशन और वाई-फाई की सुविधा से युक्त हैं।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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