भारतीय सॉफ्टवेयर सर्विस एक्सपोर्टर कंपनी ने कल कहा कि अगले 5 सालों में ये 12,000 नई नौकरियां देने वाली है। दरअसल अमेरिकी अक्सर ये आरोप लगाते रहते हैं कि विदेशी खासकर भारतीयों के चलते उनका हक मारा जाता है। इसलिए कंपनी इन लोगों को अगले पांच साल के दौरान नौकरी के मौके देगी। दूसरे शब्दों में कहें तो ये कंपनी हजारों अमेरिकियों का पेट पालेगी।

इंफोसिस (Infosys), टीसीएस (TCS), विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) जैसी भारतीय आईटी कंपनियों (Indian IT Companies) ने बीते कुछ सालों के दौरान अमेरिका में हायरिंग तेज की है। एचसीएल टेक ने हाल ही में अपना एचसीएल अप्रेंटिसशिप प्रोग्राम लॉन्च किया है जिसके तहत अमेरिका में हाई-स्कूल ग्रेजुएट्स को हायर एजूकेशन के लिए फुल फंड दिए जाएंगे और उन्हें फुल टाइम जॉब्स के मौके मिलेंगे।

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कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि यह हायरिंग (Hiring) अमेरिका में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के उसके प्रोग्राम राइज एट एचसीएल (Rise At HCL) का हिस्सा है। इंफोसिस (Infosys), टीसीएस (TCS), विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी भारतीय आईटी कंपनियों ने पिछले कुछ साल के दौरान अमेरिका में हायरिंग तेज की है। यह प्रयास अमेरिकी नौकरियों को आउटसोर्स किए जाने की बात को गलत साबित करने के लिए है।

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अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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