भारत के इतिहास के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। क्योंकि आज भारतीय नौसेना विमान को पहली बार दो महिला अधिकारी मिली हैं। दोनों ही महिलाओं को एयरबोर्न टैक्टिशियंस के पद के लिए चुना गया है। देश की ये दोनों बेटियां हवाई लड़ाकू विमानों में तैनात होंगी। खबर के सामने आने के बाद दोनों ही महिलाओं के लिए खूब सारी शुभकामनाओं की झड़ी लग गई है। देश की इन बेटियों ने आज देश को गौरवान्वित कर दिया है।
आपको बता दें, इससे पहले महिलाएं सिर्फ विंग विमान तक ही सीमित थीं। लेकिन देश की एसएलटी कुमुदिनी त्यागी और एसएलटी रीति सिंह बेटियों ने सभी सीमाओं को तोड़ते हुए आज इतिहास रच दिया है। दोनों ही महिलाओं को आज एक सम्मान समारोह में “ऑब्जर्वर” के रूप में स्नातक होने पर “विंग्स” से सम्मानित किया गया है। सम्मान समारोह में एडमिरल एंटनी जॉर्ज ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है, जिसमें पहली बार महिलाओं को हेलीकॉप्टर चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
आपको बता दें, इससे पहले लेफ्टिनेंट भवानी कंठ, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी और फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहना सिंह ने देश में अपनी ताकत का परचम लहराते हुए फाइटर विमान उड़ाये थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि, इस समय भारतीय वायुसेना में पूरे 10 फाइटर पायलट हैं और 1,875 महिलाएं इसमें अपनी सेवाएं दे रही हैं। लेकिन नौसेना के लिए आज पहला ऐसा मौका है जब दो महिलाओं को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।