भारत देश में महिलाओं को देवी के रूप में पूजा जाता है। इस महान देश में माँ लक्ष्मी, देवी दुर्गा और न जाने कितनी देवियों के रूप में हम स्त्रियों को पूजा जाता है। लेकिन भारत देश में अब इन्हीं देवी रूपी महिलाओं के साथ एक से बढ़कर एक घिनौना काम हो रहा है। लेकिन, देश का कानून और सरकार दोनों अंधे हो चुके हैं,उन्हें न ही देवी रूपी महिलाओं की लूटी हुई आबरू नज़र आ रही है, न ही जनता की रुंधी हुई आवाज़ सुनाई दे रही है, न ही मन में बैठा खौफ ही नज़र आ रहा है। अभी उत्तरप्रदेश के हाथरस में मनीषा वाल्मीकि के साथ हुए बलात्कार जैसे भयानक हादसे से लोग उबरे भी नहीं थे, अभी तक मनीषा की मौत का गम सबको अंदर से खा ही रहा था कि बलरामपुर में एक 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आ गया है। मनीषा की तरह इस छात्रा की भी मौत हो गई। फर्क बस इतना था कि मनीषा ने अस्पताल में दम तोड़ा और 22 साल की छात्रा ने अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोडा। ये घिनौना मामला बलरामपुर के कोतवाली गैंसड़ी इलाके का है। पीड़िता की मां के मुताबिक, दरिदों ने उनकी बेटी की कमर और पैर तोड़ दिए थे और वह खड़ी नहीं हो पा रही थी।

पीड़िता की मां ने बताया कि मेरी बेटी मंगलवार को करीब दस बजे कॉलेज में एडमिशन के लिए गई थी। तभी कुछ लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और उसके साथ बलात्कार किया। शाम तक न लौटने पर हमनें उसे फोन करना शुरू किया तो उसका फोन बंद आ रहा था। बेटी को एक रिक्शा वाला एक नाबालिग बच्चे के साथ बेहोशी की हालत में तकरीबन 7:00 बजे लेकर आता है। उसकी हालत बेहद खराब थी और वो कुछ भी नहीं बोल पा रही थी। उसके हाथ पर ग्लूकोज चढ़ाने वाला ड्रिप लगा हुआ था। हम उसे स्थानीय डॉक्टर के पास ले गए लेकिन गम्भीर हालात देखते हुए उसने लखनऊ ले जाने को कहा। जिले के तुलसीपुर हॉस्पिटल लेकर ही जा रहे थे कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर नाराज़गी जताते हुए ट्वीट किया और कहा कि – हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है। श्रद्धांजलि! भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे।

वहीं बॉलीवुड एक्टर रहे चुके कांग्रेस के नेता राज बब्बर ने कहा की – अब #Balrampur में भी दलित समाज की लड़की के साथ पाश्विक कृत्य किया गया है। ऐसी ही घटना आज़मगढ़ और बुलंदशहर में भी घटी है। हर मामले में पीड़िता को न्याय का इंतज़ार है। महिला सुरक्षा के वादे पर सत्ता में आई थी BJP पर उसे भुला दिया गया। बेटियों की जान के बदले मुआवज़े से क्या होगा? उधर इस पूरे मामले पर पुलिस का कहना है कि इस मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है।

Share.
Exit mobile version