हाथरस में जो कुछ हुआ उसने पूरे देश को हिला दिया। पूरे देश में गुस्सा है। हर तरफ लोग यूपी की योगी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस मामले में प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। DM और पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े कर दिए है। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उनकी अनुमति के बिना आध रात को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। हाथरस में प्रशासन का रवैया इतना खराब है कि कल वहां के डीएम खुद पीड़िता के परिवार को धमकाने पहुंच गए। जिन्होंने CM योगी की छवि को धूमिल करने का काम किया। अब खबर है कि DM, SP से लेकर नीचे तक के कईं पुलिस प्रशासनिक अफसरों पर गाज गिर सकती है। कार्रवाई को लेकर गृह विभाग में मंथन हो रहा है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

DM पर पिता को धमकाने का आरोप

डीएम प्रवीण कुमार पर पीड़िता की भाभी ने आरोप लगाया था कि डीएम ने उनके ससुर यानी पीड़िता के पिता से कहा है कि अगर तुम्हारी बेटी अभी कोरोना से मर जाती तो क्या तुमको मुआवजा मिल पाता। इसके अलावा सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी और पीड़िता के पिता के बीच हुई बातचीत की एक फुटेज से भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगने लगे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में डीएम पीड़िता के पिता से कह रहे हैं कि आप अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। ये मीडिया वाले मैं आपको बता दूं, आधे आज चले गए और आधे कल चले जाएंगे। हम आपके साथ खड़े हैं, आपकी इच्छा है कि आपको बार बार बयान बदलना है कि नहीं बदलना है। अभी हम भी बदल जाएं।

अंतिम संस्कार पर उठे सवाल

पीड़िता के रात में जल्दबाजी में किए गए अंतिम संस्कार को लेकर भी हाथरस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने जिस तरह जल्दबाजी में रात के ढाई बजे पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार किया, वह उसकी भूमिका पर बड़े सवाल खड़े करता है। हालांकि एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने तर्क दिया था कि पीड़िता का शव खराब हो रहा था, इसलिए परिवारवालों की मर्जी से अंतिम संस्कार किया गया था।

सीएम योगी ने तोड़ी चिप्पी

पुलिस प्रशासन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। चाहे वो DM का वायरल वीडियो हो या रात के अंधेरे में पीड़िता का जल्दबाजी में किया गया अंतिम संस्कार। मामले पर हो रही फजीहत के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को उन्होंने बलात्कारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले का समूल नाश सुनिश्चित है। उन्होंने प्रदेश के लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार प्रत्येक माता-बहन को सुरक्षा और विकास देने के लिए संकल्पबद्ध है।

14 सितंबर से अब तक ?

14 सितंबर को हाथरस की एक युवती के साथ गैंगरेप हुआ था। गैंगरेप के बाद आरोपियों ने युवती का गला दबाया और कहा तो यह भी जा रहा है कि उसकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी थी। वारदात के बाद वह एक हफ्ते से ज्यादा बेहोश रही थी। हालत खराब होने के बाद किशोरी को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने भी जल्दबाजी में उसके शव को हाथरस लाकर रात के अंधेरे में फूंक दिया।

Share.
Exit mobile version