माफिया मुख्तार अंसारी अब यूपी पहुंच चुका है। बांदा जेल के डाक्टरों की जांच में उसे पूरी तरह फिट पाया गया है। जिससे पंजाब पुलिस सवालों के घेरे में है। जिसकी रिपोर्ट में मुख्तार अनफिट पाया गया था। वहीं यूपी पहुंचते ही मुख्तार कानून शिकंजा कसना शुरू हो गया है। 2 साल 2 महीने 7 दिन बाद मुख्तार का फिर वही ठिकाना बना है, जिस बांदा जेल की काल कोठरी की ‘तन्हाई’ में पहले मुखातर को रखा गया था। फिर उसी काल कोठरी में मुख्तार को रखा गया है। सबसे बड़ी बात ये कि उसे यहां अब कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। विधायक होने के चलते जो सुविधाएं दी जाती हैं। उन सुविधाओं से भी मुख्तार मोहताज रहेगा। बांदा जेल में पहली बार ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। वहीं बैरक नबंर-16 को पूरी तरह सीसीटीवी कैमरे से कवर किया गया है। कैमरों के जरिए मुख्तार पर पूरी तरह नजर रखी जाएगी।

पंजाब पुलिस की जांच पर सवाल

अब सबसे बड़ा सवाल पंजाब पुलिस की कार्यशैली पर खड़ा हो रहा है। क्योंकि, पंजाब पुलिस ने जो मुख्तार का चेकअप कराया था उसमें मुख्तार अनफिट पाया गया था। उसका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ दिखाया गया था। वहीं यूपी पुलिस ने जो मुख्तार टेस्ट कराया है। उसमें मुख्तार पूरी तरह फिट है। यानि, पंजाब सरकार और पुलिस जानबूझकर मुख्तार को बीमार बनाने का नाटक कर रही थी। बांदा जेल डॉक्टर्स के पैनल की जांच में मुख्तार पूरी तरह फिट पाया गया है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के उत्तर प्रदेश पहुंचते ही उस पर शिकंजा कसा जाना शुरू हो गया है। यूपी की एमपी-एमएलए विशेष अदालत ने 21 साल पुराने एक मामले में मुख्तार को तलब किया है। 12 अप्रैल को आरोप तय करने के लिए मुख्तार को तलब किया गया है।

मुख्तार से होगा पूरा हिसाब

अब मुख्तार के यूपी आने पर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस मुख्तार को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े कर रही हैं। अब कांग्रेस भले ही मुख्तार को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रही हो। लेकिन पंजाब पुलिस की कार्यशैली ने खुद कांग्रेस पर सवाल खड़े किए हैं। जिस तरह से पंजाब की जेल में मुख्तार की मेहमान नवाजी की जा रही थी। उससे कांग्रेस कटघरे में है। हालांकि मुख्तार अब यूपी पहुंच चुका है और योगी सरकार का शिकंजा धीरे-धीरे मुख्तार पर कसना शुरू हो गया है। यानि मुख्तार से अब पूरा हिसाब लिया जाएगा।

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