नवाबों का शहर कहा जाने वाला लखनऊ धीरे-धीरे प्रदूषण का मुख्य हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। दिल्ली के बाद लखनऊ की हवा में भी प्रदूषण का स्तर दीपावली के बाद शीर्ष पर पहुंच गया है लेकिन इस बार यह प्रदूषण पटाखों की वजह से नहीं बल्कि हवा में घुल रहे वाहनों के धुएं के अलावा निर्माण कार्य व टूटी सड़कों की वजह से बढ़ा है। दीपावली पर चार नवंबर की रात फोड़े गए पटाखों की वजह से पांच नवंबर का एक्यूआई 278 रिकॉर्ड हुआ था। जबकि अब एक्यूआई का स्तर 271 रिकॉर्ड किया गया है।

आपको बता दें कि हाल फिलहाल लखनऊ में सबसे प्रदूषित हवा पुराने लखनऊ के चौक इलाके का है। यहां वायु प्रदूषण के पीएम 2.5 का अस्तर सामान्य से काफी अधिक दर्ज किया गया है। बढ़ रहे प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। खराब हवा के कारण लोगों के फिर से बीमार होने की आशंका बढ़ गई हैं। वही अगर ध्वनि प्रदूषण की बात करें तो लखनऊ का चारबाग इसमें सबसे शीर्ष पर है। यह खुलासा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी की पोस्ट मानसून रिपोर्ट 2021 में हुआ है।

Share.
Exit mobile version